रोहतक : पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक में बोलते हुए कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा में कोई भी नेता कांग्रेस पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होगा. चुनाव जीतने के बाद पार्टी हाईकमान इस पर फाइनल फैसला लेगा.
"चुनाव से पहले कोई सीएम फेस नहीं" : दरअसल कुमारी शैलजा रोहतक में संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में पहुंची हुई थी. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुमारी शैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव से पहले कभी भी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करती. अगर किसी प्रदेश में पहले से ही मुख्यमंत्री होता है तो उसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाता है. लेकिन जब कांग्रेस पार्टी विपक्ष में होती है तो मुख्यमंत्री का चेहरा आगे करके चुनाव नहीं लड़ती. चुनाव जीतने के बाद पार्टी हाईकमान मुख्यमंत्री के चेहरे पर फाइनल फैसला लेता है.
"आखिरी फैसला हाईकमान लेता है" : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों की ओर से हुड्डा को मुख्यमंत्री का चेहरा बताए जाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि सब अपनी इच्छा जाहिर करते हैं लेकिन आखिरकार फैसला पार्टी हाईकमान ही लेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में 36 बिरदारी हैं और 36 बिरादरी की इच्छा हो सकती है. लेकिन सीएम किसे बनाना है, इस पर आखिरी मुहर पार्टी आलाकमान की होती है.
"किसानों के साथ मीटिंग-मीटिंग खेल रही सरकार": आम आदमी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर कुमारी शैलजा ने कहा कि हरियाणा में एकजुटता के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा. वहीं किसान आंदोलन के मुद्दे पर बोलते हुए कुमारी शैलजा ने कहा कि किसान संगठन केंद्र सरकार को वादा याद दिलाने के लिए सड़क पर बैठे हैं. केंद्र सरकार ने किसानों से एमएसपी गारंटी कानून का वादा किया था लेकिन आज तक इस दिशा में कुछ भी नहीं हुआ. सरकार अपने वादे को पूरा करने की बजाय किसानों के साथ मीटिंग-मीटिंग खेल रही है. उन्होंने कहा कि किसान देश की राजधानी दिल्ली पहुंचकर अपनी बात रखना चाहते हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन सरकार के इशारे पर उन्हें रोक रहा है. किसान सरकार की शतरंजी चालों को अच्छे से समझ चुके हैं.
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