बागेश्वर: कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत अपने खास अंदाज के लिए जाने जाते हैं. इस बार कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बागेश्वर के ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले में जैसे ही 'छाना बिलौरी' गीत गाया कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. कुमाऊं कमिश्नर का ये अंदाज लोगों को खूब भाया और लोगों ने गाने का जमकर लुत्फ उठाया.
कुमाऊं कमिश्नर का दिखा अलग अंदाज: उत्तराखंड में उत्तरायणी मेला धूमधाम से मनाया जाता है. बागेश्वर के उत्तरायणी मेले का ऐतिहासिक, पौराणिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक और व्यापारिक दृष्टि से विशेष महत्व है. बागेश्वर में उत्तरायणी मेले का सोमवार को शुभारंभ हुआ. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने मेले का शुभारंभ किया. नगर में रंगारंग झांकियां के साथ मेले का आगाज हुआ. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने झांकियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बागेश्वर में उत्तरायणी मेले के शुभारंभ के बाद कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने मंच से लोगों की फरमाइश पर शानदार लोकगीत गाकर लोगों का मन मोह लिया.
कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजा: लोगों की फरमाइश पर जिले के छाना बिलौरी गांव से जुड़ा कुमाऊंनी गीत "झन दिया बौज्यू छाना बिलौरी लागला बिलौरी का घामा" गीत जैसे ही कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने गाना शुरू किया, लोग सुनते रह गए और पूरा कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. इस दौरान कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि इस साल आचार संहिता के चलते मेला प्रशासनिक है. यह दूसरा मौका है, जब उन्होंने उत्तरायणी मेले का शुभारंभ किया है. इससे पूर्व वो साल 2012 में बतौर डीएम उत्तरायणी मेले का शुभारंभ कर चुके हैं.
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