नैनीताल: डोरोथी सीट में लगातार हो रहे भूस्खलन की समस्या को देखते हुए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया. इसी बीच उन्होंने विभागीय अधिकारियों को जल्द से जल्द क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र की पहाड़ी की डीपीआर बनाकर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं, ताकि क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोका जा सके. इसके अलावा उन्होंने वन विभाग को मार्ग में विभिन्न प्रकार की प्रजाति के पेड़-पौधे के बारे में जानकारी के लिए जगह-जगह बोर्ड लगाने ने निर्देश दिए हैं.
2200 मीटर ऊंचाई पर है टिफिन टॉप डोरोथी सीट: आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि टिफिन टॉप डोरोथी सीट 2200 मीटर ऊंचाई पर है. यह पर्यटक-पर्यटन के दृष्टि से महत्वपूर्ण है. नैनीताल आने वाले पर्यटक प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में ट्रेकिंग के लिए यहां पहुंचते हैं, लेकिन बीते दिनों भारी बारिश के कारण टिफिन टॉप -डोरोथी सीट भूस्खलन की चपेट में आ गया है, जिससे डोरोथी सीट का अधिकांश हिस्सा टूट गया है. उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए वर्तमान में पर्यटकों और स्थानीय लोगों की आवाजाही टिफिन टॉप -डोरोथी सीट में पूर्ण रूप से बंद है.
पहले से आकर्षक वबनाई जाएगी टिफिन टॉप डोरोथी सीट: दीपक रावत ने बताया कि टिफिन टॉप डोरोथी सीट में बृहद रूप से सुरक्षात्मक कार्य किए जाने की आवश्यकता है, जिसको देखते हुए वन विभाग, नगर पालिका,सिंचाई विभाग और लोनिवि के विभागीय अधिकारियों ने सयुंक्त निरीक्षण -सर्वे किया है. प्राथमिकता के साथ डोरोथी सीट फिर से बनाने के लिए बेहतर डीपीआर तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि डीपीआर में लाइट, पानी, शौचालय, ईको फैंडली टूरिज्म और अन्य सुविधा भी की जाएगी, जिससे टिफिन टॉप - डोरोथी सीट का पुराना इतिहास, जानकारी और पहचान बनी रहे.
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