अलवर : भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव इस साल 26 अगस्त को मनाया जाएगा. जैसे-जैसे यह पर्व नजदीक आ रहा है, अलवर शहर के मुख्य बाजार ठाकुर जी के श्रृंगार आइटम, खासतौर से झूलों से सज चुके हैं. विशेष बात यह है कि अलवर में कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर बाजारों में कुछ आइटम ऐसे हैं, जो कृष्ण भक्तों का मन अपनी खास बनावट और सुंदरता से सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहे हैं. इन सभी आइटमों में सबसे खास नाथद्वारा से आने वाले लकड़ी के झूले हैं, जिन्हें अलवर वासी सबसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
लकड़ी के झूले लोगों को काफी पसंद आ रहे: बाजार में दुकान लगाने वाले व्यक्ति सुनील शर्मा ने बताया कि जन्माष्टमी को देखते हुए झूलो की डिमांड लोगों की ओर से की जा रही है. वैसे तो बाजार में पीतल, स्टील, मेटल के झूले भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं, लेकिन विशेष कर नाथद्वारा से तैयार किए गए लकड़ी के झूले लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि छोटे झूले से लेकर बड़े झूले तक इस बार बाजार में उपलब्ध हैं.
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100 रुपए से लेकर 5 हजार तक के मिल रहे झूले : दुकानदार सुनील शर्मा ने बताया कि बाजार में मिलने वाले झूले की कीमत 100 रुपए से शुरू हो जाती है. इसके बाद झूलों की अधिकतम कीमत करीब 5 हजार रुपए तक है. औसतन देखा जाए तो करीब तीन हजार रुपए तक के झूले लोग खरीद रहे हैं. कई लोग 5 हजार रुपए वाले झूले भी खरीद रहे हैं. व्यक्ति को जो झूला अपने अनुसार पसंद आ रहा है वह उसे झूले को खरीद रहे हैं. उन्होंने बताया कि झूले दिल्ली, वृंदावन, मथुरा से तैयार करवाए जाते हैं. पिछले साल से अलवर में नाथद्वारा से भी झूले तैयार कर मंगवाए गए. इस साल भी इनकी डिमांड काफी अच्छी है, यह सभी झूले लकड़ी से निर्मित हैं. जन्माष्टमी को देखते हुए बाजार में सबसे ज्यादा बिक्री झूलों की हो रही है.
बैलगाड़ी, साइकिल पर सवार राधा कृष्ण : सुनील शर्मा ने बताया कि उनकी दुकान पर झूलों के अलावा बैलगाड़ी, घोड़ा गाड़ी, हाथ गाड़ी, साइकिल पर सवार राधा कृष्ण भी लोगों का आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. इन्हें भी लोग खरीद रहे हैं. साथ ही लड्डू गोपाल के खेलने के लिए खिलौने भी बाजार में आए हैं. इनमें क्रिकेट, बैडमिंटन, हॉकी, चेस सहित अन्य खेल के सामान भी वृंदावन व मथुरा से मंगवाया गया है.