कोटा. शहर की बोरखेड़ा थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय चौपहिया वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में दो चोरों को गिरफ्तार करते हुए 10 वाहन बरामद किए हैं. आरोपी पढ़े लिखे और शातिर बदमाश है. ये केवल कोटा शहर में आल्टो कार ही चुराते थे, ताकि उन्हें आसानी से ग्रामीण इलाकों में मॉडिफाई कर बेच दिया जाए, हालांकि दूसरे शहरों से अन्य कारें भी इन्होंने चुराई है.
कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में कोतवाली थाना बूंदी के इमरान खान और सदामुद्दीन को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 10 कार बरामद की है. पुलिस इस संबंध में दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और आगे भी बड़ा खुलासा इसमें होगा.
बोरखेड़ा थाना अधिकारी राम लक्ष्मण गुर्जर ने बताया कि इस मामले में आरोपी ज्यादातर कारों को सुनसान इलाके, मैरिज गार्डन या रिजॉर्ट के बाहर से ही चुराते थे. यह लोग शादी में आने वाले मेहमान पर नजर रखते थे और जब कार मालिक खड़ी करने के बाद अंदर जाकर व्यस्त हो जाता था, तब मौका देखकर कार को चुरा लेते थे. आरोपियों के पास से लोग तोड़ने और उनमें मॉडिफाई करने के औजार भी पुलिस ने बरामद किए हैं. आरोपी चुराई गई गाड़ियों को ही चोरी करने जाने के दौरान उपयोग करते थे. इसके अलावा खुद के पर्सनल उपयोग में भी उन्हें ही यूज कर रहे थे.
कार की पहचान में करते थे बदलाव: सीआई गुर्जर ने बताया कि आरोपी तकनीक के जरिए वाहन को चुराते थे. कबाड़ी में बेची गई पुरानी कारों के रजिस्ट्रेशन, इंजन व चेचिस नंबर ले लेते थे. इसके बाद चुराए गए वाहन में पूरी तरह से मॉडिफाई कर उनके इंजन, चेचिस व प्लेट नंबर के बदल देते थे और उसके बाद उन्हें ग्रामीण इलाकों में बेच देते थे. आरोपी पुरानी वाहनों की आरसी भी बना देते थे. आरोपी मूल रूप से बूंदी के रहने वाले हैं. कोटा में लंबे समय से किराए पर रह रहे थे. उनके खिलाफ राजस्थान में कई मुकदमे दर्ज हैं. शुरुआत में चार मुकदमे बोरखेड़ा थाने में दर्ज हुए थे. इसके बाद 6 मुकदमे कोटा शहर के अन्य थानों में भी दर्ज हुए हैं. इसके बाद पुलिस ने टीम बनाकर जांच की और इस गिरोह का पर्दाफाश किया.