कोटा. जिले की इटावा पुलिस ने चिटफंड कंपनी में एक सॉफ्टवेयर के जरिए लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले दो आरोपियों के गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने कोटा जिले के इटावा और मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दिया है. आरोपियों के खिलाफ ठगी के राजस्थान और मध्य प्रदेश में 15 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं.
कोटा ग्रामीण एसपी करण शर्मा ने बताया कि आरोपी ओम प्रकाश नागर और विष्णु सैनी को जयपुर से गिरफ्तार किया गया है. ओम प्रकाश टोंक जिले के नगरफोर्ट और विष्णु सैनी बूंदी जिले के नैनवां का निवासी है. आरोपियों ने जयपुर में एक ऑफिस खोला था. इसके साथ ही एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर भी बनाया, जिसके जरिए उन्होंने चिटफंड कंपनी के लिए फंड जुटाया. फंड भी करोड़ों रुपए में उन्होंने सैकड़ों लोगों से जुटा लिया. आरोपियों ने लोगों को लाखों रुपए के रिटर्न का लालच दिया था. इसमें पब्लिक को जोड़ने की चेन सिस्टम योजना बनाई गई थी.
4.20 करोड़ रुपए की ठगी : आरोपियों के झांसे में आकर लोगों ने इस पर काम भी शुरू कर दिया, लेकिन बाद में उन्हें कोई रिटर्न नहीं मिला. आरोपियों ने इसके बाद सॉफ्टवेयर बंद कर दिया और लोगों के पैसे गबन कर लिए. पुलिस ने एक्शन लेते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ कोटा जिले के इटावा, सुल्तानपुर, कोटा शहर के गुमानपुरा, महावीर नगर व कोतवाली और जयपुर के सांगानेर में मामले दर्ज हुए हैं. पुलिस छानबीन में अब तक करीब 4.20 करोड़ रुपए की ठगी सामने आई है.