कोरिया: केनापारा ग्राम पंचायत के किसान भरत राजवाड़े अपनी अनोखी किस्म की खेती कर दूसरे किसानों से ज्यादा कमाई कर रहे हैं. भरत, लाल के साथ पीला तरबूज, सफेद करेला, और कद्दू प्रजाति की कई फसल ले रहे हैं. मार्केट में इस फसल के दाम भी ज्यादा मिल रहे हैं. कम समय और कम लागत में अच्छी कमाई होने से भरत काफी खुश हैं.
खेती में नए प्रयोग कर रहे कोरिया के किसान: आम तौर पर किसान फसल के मामले में कुछ नया प्रयोग करने में हिचकिताते हैं. लेकिन कुछ किसान खेती में नए प्रयोग के जरिए उसी फसल से ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं. केनापारा के किसान भरत राजवाड़े भी ऐसे ही प्रगतिशील किसान हैं. खेती में अक्सर नए प्रयोग करते हैं. ग्रीन हाउस खेती उनकी पसंदीदा रही है. बोर, कान, सूरन जैसी खेती के अलावा बड़े पैमाने पर मचान और अन्य सब्जियों की खेती करके भी अच्छा पैसा कमाया है. इस साल इस किसान ने तरबूज की तीन किस्मों की खेती की है. अपने खेतों में हरा, लाल और पीला तरबूज लगाया है. पीले तरबूज की दो किस्में उगाई हैं. जो तीन महीने में तैयार हो जाती है. पीले तरबूज की एक किस्म नॉर्मल तरबूज की तरह होती है जबकि दूसरी किस्म का स्वाद अनानास के जैसे होता है.
पीला तरबूज, सफेद करेला और पीला जुगनी की पैदावार: तरबूज की अलग अलग किस्मों की खेती के साथ ही भरत, सफेद करेला, कद्दू प्रजाति की सब्जी पीला जुगनी भी अपने खेतों में उगा रहे हैं. खास बात ये हैं कि ये किसान पूरी तरह से जैविक खेती कर रहा हैं. इस तरह की अनोखी खेती कर आम सब्जियों की तुलना में ज्यादा दाम मिलने से इस किसान को काफी फायदा हो रहा है.
सेहत के लिए भी हैं फायदेमंद: कोरिया के कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि सीमित संसाधनों में अच्छी फसल पैदा करने के लिए किसान ताइवान से लाए जा रहे बीजों से खेती कर रहे हैं. छोटे और मध्यम गोल और चौकोर आकार के तरबूज और खरबूजा देशभर में फल प्रेमी ज्यादा पसंद कर रहे हैं. सेहत के लिए भी ये काफी हेल्दी हैं.