कोरबा: हाथी और मानव के बीच द्वंद लगातार जारी है. हाथी प्रभावित क्षेत्र के अन्नदाता हाथियों के उत्पात से बुरी तरह से जूझ रहे हैं. जंगल घटने से हाथी रिहायशी इलाकों की तरफ कूच करते हैं. दाना और पानी के लिए वह खेत में घुस आते हैं. जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है. मैदानी क्षेत्र के किसानों ने अपना धान समर्थन मूल्य पर बेचा और उन्हें इसके दाम भी मिल गए लेकिन कटघोरा मंडल के हाथी प्रभावित क्षेत्र के किसानों के धान की खड़ी फसल को हाथियों ने बर्बाद कर दिया. उन्हें पिछले 5 महीनो से नुकसान के मुआवजे का इंतजार है. जिसे लेकर वह खासे परेशान हैं.
डेढ़ सौ किसानों की फसल बर्बाद : ग्राम पंचायत हरदेवा के पंच सिरपत सिंह मरकाम ने बताया कि हाथियों ने गांव में जमकर उत्पात मचाया है. जिससे लगभग डेढ़ सौ किसान प्रभावित हुए हैं. कई किसानों के घर को भी हाथियों ने तोड़ दिया है. आए दिन हाथी खेतों में आ जाते हैं. जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है. पिछले साल अक्टूबर माह में फसल और मकान की क्षतिपूर्ति के लिए वन विभाग ने गांव का दौरा किया था. किसानों से जानकारी लेकर प्रकरण भी तैयार किया, लेकिन अब तक किसी भी तरह का मुआवजा किसानों को नहीं मिला है.
हमारा लगभग 19 एकड़ रकबा खेत है. जिसमें हमने धान की बुवाई की थी. हाथियों ने पूरी फसल बर्बाद कर दी. 20 हजार के तो बीज ही लग गए थे. अब हमारे सामने रोजी रोटी का संकट है. बीटगार्ड ने गांव में आकर कहा था कि मुआवजा मिलेगा. खेत में खड़े करके हमारी फोटो भी खींची गई लेकिन मुआवजा नहीं मिला है. आसपास के क्षेत्र के किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपना धान भी बेच दिया, लेकिन हमें मुआवजा भी नसीब नहीं हो रहा है.- किसान बृजलाल
महीनों बीत गए, नहीं मिला मुआवजा : हाथियों के द्वारा फसल नुकसानी के संबंध में कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत हरदेवा के किसानों ने कलेक्टर से गुहार लगाई है. किसानों ने कलेक्टर को लिखित आवेदन दे पेश किया है. जिसमें उल्लेख किया गया है कि हाथियों ने फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. जिससे किसान आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं. खेतों में जाकर वन विभाग के मैदानी अमले ने मुआवजा प्रकरण भी तैयार किया. किसानों के फोटो खींचे लेकिन क्षति पूर्ति की राशि महीनो बीत जाने के बाद भी नहीं मिली है.
मुआवजा प्रकरण प्रक्रियाधीन : कटघोरा वन मंडल से जानकारी मिली है कि किसानों के फसल नुकसानी का प्रकरण तैयार किया गया है. मुआवजा बांटने की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी.