मेरठ: मेरठ में भारी संख्या में डॉक्टर कमिशनरी पार्क पहुंचे और मानव श्रृंखला बनाकर दोषियों को फांसी की मांग की. कमिशनरी चौराहे से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च किया. यहां जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर डॉक्टर जितेन्द्र सिंह चिकारा ने कहा कि जिस घटना को बंगाल की मुख्यमंत्री डॉक्टरों की लापरवाही बता रहीं है, उससे लगता है कि वहां की महिला डॉक्टर कितने सुरक्षित हाथों में हैं. ममता बनर्जी खुद महिला होकर अपने राज्य की महिला डॉक्टरों को नहीं बचा पा रही हैं.
कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस: यूपी में 24 घंटे की हड़ताल पर डॉक्टर्स, लखनऊ में सड़क पर उतरे, PGI से लौटाए जा रहे मरीज, नहीं बन रहा पर्चा - UP Doctors Protest
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Aug 17, 2024, 10:58 AM IST
|Updated : Aug 17, 2024, 3:36 PM IST
मेरठ : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में डॉक्टरों का आक्रोश बरकरार है. शनिवार को यूपी के सभी जिलों में डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया है. इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही बहाल रहेंगी. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने निर्णय लिया है कि आज सुबह 6 बजे से कल यानी रविवार सुबह 6 बजे तक चिकित्सीय सेवाएं नियमित नहीं रहेंगी. हालांकि इस बीच इमरजेंसी सेवाएं बहाल रहेंगी.
मेरठ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने भी इसका समर्थन किया है. IMA की मेरठ इकाई ने इस बारे में अहम बैठक की है. साथ ही सभी डॉक्टर्स को सूचित भी किया जा चुका है. मेरठ में निजी डॉक्टर्स की एथीकोलीगल कमेटी के चेयरमैन डॉ. जेवी चिकारा ने कोलकाता की घटना पर यहां तक कहा है कि ऐसे दरिंदों को सरेआम सड़क पर लटकाकर गोली मार देनी चाहिए. कहा कि देश की जिस बेटी से कोलकाता में दरिंदगी हुई है, उसकी पोष्टमार्टम रिपोर्ट देखकर किसी की भी रूह कांप जाएगी.
आईएमए मेरठ अध्यक्ष डॉक्टर संदीप जैन ने बताया कि इस घटना को लेकर सभी चिकित्सक बेहद गुस्से में हैं. कहा कि मेरठ में शनिवार सुबह 6 से रविवार सुबह 6 बजे तक सभी निजी अस्पतालों में ओपीडी ठप रहेंगी. मरीजों को कोई दिक्कत न हो, इसलिए इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी. बताया कि आईएमए हॉल में डॉक्टर्स इकट्ठा होकर पैदल मार्च निकालेंगे और कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर पीएम को सम्बोधित करते हुए ज्ञापन डीएम को देंगे.
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मेरठ में डॉक्टरों का हल्ला बोल, निकाला जुलूस, दोषियों को फांसी की मांग
आगरा में डॉक्टरों ने निकाला जुलूस,होम्योपैथ चिकित्सक भी आए समर्थन में, मिर्जापुर मंडलीय अस्पताल की ओपीडी में लगा ताला
आगरा : ताजनगरी में जूनियर डॉक्टर्स के साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर्स भी साथ आ गए हैं. शहर में सभी प्राइवेट डॉक्टर्स की ओपीडी, पैथोलॉजी लैब, रेडियो डायग्नोस्टिक सेंटर पर ताला लटका हुआ है. एसएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने एमजी रोड पर मानव श्रृंखला बनाई. जूनियर डॉक्टर्स के कार्य बहिष्कार के चलते ओपीडी और अन्य सेवाएं बंद हैं. आईएमए के सचिव डॉक्टर पंकज नगाइच ने बताया कि शनिवार सुबह से लेकर रविवार सुबह तक हड़ताल है. इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी में ही इलाज मिलेगा. हड़ताल में आईएमए के साथ ही होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस समिति ऑफ़ इंडिया और इंडियन डेंटल एसोसिएशन भी शामिल है. होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस समिति ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. कैलाश सारस्वत ने भी हड़ताल का सपोर्ट किया है. आगरा फिजियोथेरेपी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धर्मवीर सिंह ने भी शनिवार को ओपीडी बंद रखने की जानकारी दी है. आगरा सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाई गई है. स्वास्थ्य केंद्रों के डॉक्टर को अलर्ट किया गया है. स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को ओपीडी के साथ ही इमरजेंसी सेवाएं भी दी रही हैं.
वहीं मिर्जापुर जिला मंडलीय अस्पताल के ओपीडी कक्ष में हड़ताल के समर्थन में ताला लगा दिया गया है. डॉक्टरों के हड़ताल से इलाज के लिए मरीज भटक रहे हैं. हड़ताल कर रहे डॉक्टर आरोपियों की गिरफ्तारी व फांसी की मांग कर रहे हैं.
बीएचयू में हड़ताल जारी, डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
वाराणसी : बीएचयू में रेजिडेंट डॉक्टरों का हड़ताल जारी है. सभी जूनियर डॉक्टरों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया. बीती रात रेजिडेंट डॉक्टरों ने न्याय मार्च निकाला था, जहां ममता सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ ही पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की गई. बीएचयू में भी 1000 से ज्यादा की संख्या में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हैं. उनका समर्थन सरकारी सीनियर डॉक्टर भी हाथों पर काली पट्टी बांधकर कर रहे हैं. इस क्रम में आईएमए के डॉक्टरों ने भी शनिवार से लेकर के रविवार 24 घंटे तक हड़ताल का ऐलान किया है, सभी ने ओपीडी से ठप करने की बात कही है.
गौरतलब हो कि,डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत बीएचयू में आने वाले मरीज व उनके तीमारदारों को हो रही है. सीनियर डॉक्टर ओपीडी में जरूर बैठ रहे हैं, लेकिन मरीजों का दबाव ज्यादा है, इस वजह से सीनियर डॉक्टर सभी मरीजों तक इलाज की सुविधा नहीं पहुंचा पा रहे हैं. सासाराम से आईं मरीज भगवती बताती हैं कि, डॉक्टर री हड़ताल की वजह से ओपीडी में लंबी लाइन लगानी पड़ रही है. इसके साथ ही जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
फर्रुखाबाद में जिला अस्पताल की ओपीडी भी बंद, दोषियों को कड़ी सजा की मांग
फर्रुखाबाद : जिले में कोलकाता की घटना पर सभी प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी सेवा बाधित है. आईएमए के स्थानीय अध्यक्ष डॉक्टर विपुल अग्रवाल, सचिव डॉक्टर प्रशांत श्रीवास्तव सहित अन्य चिकित्सकों ने सरकारी चिकित्सकों से बातचीत की है. विपुल अग्रवाल के अनुसार जिला अस्पताल की ओपीडी भी शनिवार को बंद रहेगी.आईएमए अध्यक्ष विपुल अग्रवाल ने कहा कि जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी दिया जाएगा. आईएमए सचिव डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार से मांग है कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन फर्रुखाबाद की मुहिम को डेंटल एसोसिएशन और बीएमएस एसोसिएशन का भी समर्थन मिला.
लखनऊ में डॉक्टरों की हड़ताल का व्यापक असर, अस्पतालों से हताश होकर लौट रहे मरीज
लखनऊ : राजधानी लखनऊ में भी सभी चिकित्सा संस्थानों में हड़ताल का असर दिखाई दे रहा है. हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल वीवीआईपी माना जाता है. एक तरफ मुख्यमंत्री आवास, उपमुख्यमंत्री आवास व राज्यभवन स्थित है. दूसरी तरफ विधानसभा स्थित है. यहां भी हड़ताल का असर दिखाई दे रहा है. शुक्रवार को ही सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने काला फीता बांध कर ओपीडी में मरीजों को देखा था. शनिवार को ओपीडी बहिष्कार किया है. वहीं, सीनियर डॉक्टर ओपीडी में मरीज को देख रहे हैं. बलरामपुर अस्पताल में भी ओपीडी का बहिष्कार है. अस्पताल में मरीज इलाज कराने के लिए आ रहे हैं, लेकिन हताश होकर लौट रहे हैं. पीजीआई में इलाज करने के लिए प्रदेश भर से मरीज पहुंचते हैं. शनिवार सुबह जब मरीज इलाज करने के लिए पहुंचे तो जानकारी मिली कि डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठे हैं, पर्चा नहीं बन रहा है. पीजीआई से मरीज लौटाए जा रहे हैं. पिछले कई दिनों केजीएमयू में प्रदर्शन चल रहा है. रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि हमें न्याय चाहिए है. इसको लेकर कानून बनाया जाए. सिर्फ एफआईआर से कुछ नहीं होगा. लोहिया अस्पताल में लगातार प्रदर्शन चल रहा है. रेजिडेंट डॉक्टर सड़क पर उतर आए हैं. हालांकि, बीते दिन लोहिया संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लिखित ज्ञापन सौंपा था.
10 साल की बच्ची के गले में फंसा 10 रुपये का सिक्का, हड़ताल के कारण नहीं मिल रहा इलाज
झांसी : खेल-खेल में एक 10 साल की बच्ची 10 रुपये का सिक्का निगल गई. घरवाले उसे लेकर एक से दूसरे अस्पताल भटक रहे हैं, लेकिन इलाज नहीं मिल रहा है. दरअसल, कोलकाता की घटना के कारण सभी डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. बच्ची को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, लेकिन कोई डॉक्टर इलाज करने के लिए तैयार नहीं है. बेबस घरवाले झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में इलाज की आस में बैठे हुए हैं. पढ़ें विस्तृत खबर.
सीतापुर में चिकित्सकों में गम और गुस्सा, हड़ताल पर रहेंगे
सीतापुर: IMA के आह्वान पर सीतापुर में भी डॉक्टर हड़ताल पर हैं. राष्ट्रीय नेतृत्व के इस निर्णय के समर्थन में जनपद के सभी डॉक्टरों ने आईएमए की जनपदीय कार्यकारिणी के नेतृत्व में 24 घंटे तक चिकित्सीय कार्य का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईएमए के स्थानीय अध्यक्ष डॉ. पीके धवन एवं डॉ. सुनील कुमार वैश्य ने बताया कि आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर सभी चिकित्सीय सेवाओ को 24 घंटे तक पूर्णतया बन्द रखा जाएगा. सीतापुर की केमिस्ट एन्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने भी समर्थन करने का एलान किया है. इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर आरके टण्डन, डॉक्टर विनोद त्रिपाठी, डॉक्टर अजय मेहरोत्रा, डॉक्टर राजकुमार श्रीवास्तव, डॉक्टर प्रदीप जैन आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे.
मेरठ : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में डॉक्टरों का आक्रोश बरकरार है. शनिवार को यूपी के सभी जिलों में डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया है. इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही बहाल रहेंगी. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने निर्णय लिया है कि आज सुबह 6 बजे से कल यानी रविवार सुबह 6 बजे तक चिकित्सीय सेवाएं नियमित नहीं रहेंगी. हालांकि इस बीच इमरजेंसी सेवाएं बहाल रहेंगी.
मेरठ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने भी इसका समर्थन किया है. IMA की मेरठ इकाई ने इस बारे में अहम बैठक की है. साथ ही सभी डॉक्टर्स को सूचित भी किया जा चुका है. मेरठ में निजी डॉक्टर्स की एथीकोलीगल कमेटी के चेयरमैन डॉ. जेवी चिकारा ने कोलकाता की घटना पर यहां तक कहा है कि ऐसे दरिंदों को सरेआम सड़क पर लटकाकर गोली मार देनी चाहिए. कहा कि देश की जिस बेटी से कोलकाता में दरिंदगी हुई है, उसकी पोष्टमार्टम रिपोर्ट देखकर किसी की भी रूह कांप जाएगी.
आईएमए मेरठ अध्यक्ष डॉक्टर संदीप जैन ने बताया कि इस घटना को लेकर सभी चिकित्सक बेहद गुस्से में हैं. कहा कि मेरठ में शनिवार सुबह 6 से रविवार सुबह 6 बजे तक सभी निजी अस्पतालों में ओपीडी ठप रहेंगी. मरीजों को कोई दिक्कत न हो, इसलिए इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी. बताया कि आईएमए हॉल में डॉक्टर्स इकट्ठा होकर पैदल मार्च निकालेंगे और कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर पीएम को सम्बोधित करते हुए ज्ञापन डीएम को देंगे.
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मेरठ में डॉक्टरों का हल्ला बोल, निकाला जुलूस, दोषियों को फांसी की मांग
मेरठ: मेरठ में भारी संख्या में डॉक्टर कमिशनरी पार्क पहुंचे और मानव श्रृंखला बनाकर दोषियों को फांसी की मांग की. कमिशनरी चौराहे से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च किया. यहां जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर डॉक्टर जितेन्द्र सिंह चिकारा ने कहा कि जिस घटना को बंगाल की मुख्यमंत्री डॉक्टरों की लापरवाही बता रहीं है, उससे लगता है कि वहां की महिला डॉक्टर कितने सुरक्षित हाथों में हैं. ममता बनर्जी खुद महिला होकर अपने राज्य की महिला डॉक्टरों को नहीं बचा पा रही हैं.
आगरा में डॉक्टरों ने निकाला जुलूस,होम्योपैथ चिकित्सक भी आए समर्थन में, मिर्जापुर मंडलीय अस्पताल की ओपीडी में लगा ताला
आगरा : ताजनगरी में जूनियर डॉक्टर्स के साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर्स भी साथ आ गए हैं. शहर में सभी प्राइवेट डॉक्टर्स की ओपीडी, पैथोलॉजी लैब, रेडियो डायग्नोस्टिक सेंटर पर ताला लटका हुआ है. एसएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने एमजी रोड पर मानव श्रृंखला बनाई. जूनियर डॉक्टर्स के कार्य बहिष्कार के चलते ओपीडी और अन्य सेवाएं बंद हैं. आईएमए के सचिव डॉक्टर पंकज नगाइच ने बताया कि शनिवार सुबह से लेकर रविवार सुबह तक हड़ताल है. इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी में ही इलाज मिलेगा. हड़ताल में आईएमए के साथ ही होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस समिति ऑफ़ इंडिया और इंडियन डेंटल एसोसिएशन भी शामिल है. होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस समिति ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. कैलाश सारस्वत ने भी हड़ताल का सपोर्ट किया है. आगरा फिजियोथेरेपी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धर्मवीर सिंह ने भी शनिवार को ओपीडी बंद रखने की जानकारी दी है. आगरा सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाई गई है. स्वास्थ्य केंद्रों के डॉक्टर को अलर्ट किया गया है. स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को ओपीडी के साथ ही इमरजेंसी सेवाएं भी दी रही हैं.
वहीं मिर्जापुर जिला मंडलीय अस्पताल के ओपीडी कक्ष में हड़ताल के समर्थन में ताला लगा दिया गया है. डॉक्टरों के हड़ताल से इलाज के लिए मरीज भटक रहे हैं. हड़ताल कर रहे डॉक्टर आरोपियों की गिरफ्तारी व फांसी की मांग कर रहे हैं.
बीएचयू में हड़ताल जारी, डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
वाराणसी : बीएचयू में रेजिडेंट डॉक्टरों का हड़ताल जारी है. सभी जूनियर डॉक्टरों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया. बीती रात रेजिडेंट डॉक्टरों ने न्याय मार्च निकाला था, जहां ममता सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ ही पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की गई. बीएचयू में भी 1000 से ज्यादा की संख्या में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हैं. उनका समर्थन सरकारी सीनियर डॉक्टर भी हाथों पर काली पट्टी बांधकर कर रहे हैं. इस क्रम में आईएमए के डॉक्टरों ने भी शनिवार से लेकर के रविवार 24 घंटे तक हड़ताल का ऐलान किया है, सभी ने ओपीडी से ठप करने की बात कही है.
गौरतलब हो कि,डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत बीएचयू में आने वाले मरीज व उनके तीमारदारों को हो रही है. सीनियर डॉक्टर ओपीडी में जरूर बैठ रहे हैं, लेकिन मरीजों का दबाव ज्यादा है, इस वजह से सीनियर डॉक्टर सभी मरीजों तक इलाज की सुविधा नहीं पहुंचा पा रहे हैं. सासाराम से आईं मरीज भगवती बताती हैं कि, डॉक्टर री हड़ताल की वजह से ओपीडी में लंबी लाइन लगानी पड़ रही है. इसके साथ ही जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
फर्रुखाबाद में जिला अस्पताल की ओपीडी भी बंद, दोषियों को कड़ी सजा की मांग
फर्रुखाबाद : जिले में कोलकाता की घटना पर सभी प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी सेवा बाधित है. आईएमए के स्थानीय अध्यक्ष डॉक्टर विपुल अग्रवाल, सचिव डॉक्टर प्रशांत श्रीवास्तव सहित अन्य चिकित्सकों ने सरकारी चिकित्सकों से बातचीत की है. विपुल अग्रवाल के अनुसार जिला अस्पताल की ओपीडी भी शनिवार को बंद रहेगी.आईएमए अध्यक्ष विपुल अग्रवाल ने कहा कि जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी दिया जाएगा. आईएमए सचिव डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार से मांग है कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन फर्रुखाबाद की मुहिम को डेंटल एसोसिएशन और बीएमएस एसोसिएशन का भी समर्थन मिला.
लखनऊ में डॉक्टरों की हड़ताल का व्यापक असर, अस्पतालों से हताश होकर लौट रहे मरीज
लखनऊ : राजधानी लखनऊ में भी सभी चिकित्सा संस्थानों में हड़ताल का असर दिखाई दे रहा है. हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल वीवीआईपी माना जाता है. एक तरफ मुख्यमंत्री आवास, उपमुख्यमंत्री आवास व राज्यभवन स्थित है. दूसरी तरफ विधानसभा स्थित है. यहां भी हड़ताल का असर दिखाई दे रहा है. शुक्रवार को ही सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने काला फीता बांध कर ओपीडी में मरीजों को देखा था. शनिवार को ओपीडी बहिष्कार किया है. वहीं, सीनियर डॉक्टर ओपीडी में मरीज को देख रहे हैं. बलरामपुर अस्पताल में भी ओपीडी का बहिष्कार है. अस्पताल में मरीज इलाज कराने के लिए आ रहे हैं, लेकिन हताश होकर लौट रहे हैं. पीजीआई में इलाज करने के लिए प्रदेश भर से मरीज पहुंचते हैं. शनिवार सुबह जब मरीज इलाज करने के लिए पहुंचे तो जानकारी मिली कि डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठे हैं, पर्चा नहीं बन रहा है. पीजीआई से मरीज लौटाए जा रहे हैं. पिछले कई दिनों केजीएमयू में प्रदर्शन चल रहा है. रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि हमें न्याय चाहिए है. इसको लेकर कानून बनाया जाए. सिर्फ एफआईआर से कुछ नहीं होगा. लोहिया अस्पताल में लगातार प्रदर्शन चल रहा है. रेजिडेंट डॉक्टर सड़क पर उतर आए हैं. हालांकि, बीते दिन लोहिया संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लिखित ज्ञापन सौंपा था.
10 साल की बच्ची के गले में फंसा 10 रुपये का सिक्का, हड़ताल के कारण नहीं मिल रहा इलाज
झांसी : खेल-खेल में एक 10 साल की बच्ची 10 रुपये का सिक्का निगल गई. घरवाले उसे लेकर एक से दूसरे अस्पताल भटक रहे हैं, लेकिन इलाज नहीं मिल रहा है. दरअसल, कोलकाता की घटना के कारण सभी डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. बच्ची को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, लेकिन कोई डॉक्टर इलाज करने के लिए तैयार नहीं है. बेबस घरवाले झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में इलाज की आस में बैठे हुए हैं. पढ़ें विस्तृत खबर.
सीतापुर में चिकित्सकों में गम और गुस्सा, हड़ताल पर रहेंगे
सीतापुर: IMA के आह्वान पर सीतापुर में भी डॉक्टर हड़ताल पर हैं. राष्ट्रीय नेतृत्व के इस निर्णय के समर्थन में जनपद के सभी डॉक्टरों ने आईएमए की जनपदीय कार्यकारिणी के नेतृत्व में 24 घंटे तक चिकित्सीय कार्य का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईएमए के स्थानीय अध्यक्ष डॉ. पीके धवन एवं डॉ. सुनील कुमार वैश्य ने बताया कि आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर सभी चिकित्सीय सेवाओ को 24 घंटे तक पूर्णतया बन्द रखा जाएगा. सीतापुर की केमिस्ट एन्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने भी समर्थन करने का एलान किया है. इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर आरके टण्डन, डॉक्टर विनोद त्रिपाठी, डॉक्टर अजय मेहरोत्रा, डॉक्टर राजकुमार श्रीवास्तव, डॉक्टर प्रदीप जैन आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे.