कोडरमा: यूपीएसी की परीक्षा क्रैक करने के बाद सिद्धान्त कुमार पहली बार अपने घर कोडरमा के झुमरी तिलैया पहुंचे. जहां उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया गया. लोगों ने सिद्धान्त को फूल माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
घर में बधाई देने वालों का लगा तांता
यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद सिद्धान्त जब घर लौटा तो उसे बधाई देने वालों का तांता लग गया. सिद्धान्त से मिलने उसके रिश्तेदार, पड़ोसी और मित्र लगातार पहुंच रहे थे.
माता-पिता और रिश्तेदारों को दिया सफलता का श्रेय
सिद्धान्त कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अपने रिश्तेदार को देते हुए कहा कि इन्हीं लोगों के आशीर्वाद से उन्होंने सफलता हासिल की है. सिद्धान्त कुमार ने बताया कि हौसला और हिम्मत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है.
असफलता ही सफलता की पहली कुंजी होती हैः सिद्धान्त
उन्होंने बताया कि उन्हें बहुत बड़ी जिम्मेवारी मिलने वाली है और वे पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करेंगे. सिद्धान्त ने कहा कि असफलता ही सफलता की पहली कुंजी होती है.
तीसरे अटेंप्ट में क्रैक की यूपीएससी की परीक्षा
आपको बता दें कि सिद्धान्त पटना में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे. हालांकि यूपीएससी परीक्षा के तीन अटेंप्ट में वे असफल रहे. जिसके बाद उन्होंने 2022 में बीपीएससी की ओर रूख किया और पहले ही प्रयास में बीपीएससी परीक्षा में पांचवें स्थान पर रहे.
ऑल ओवर इंडिया में 114 और झारखंड में चौथे स्थान पर रहे सिद्धान्त
फिलहाल सिद्धान्त बिहार में आयकर विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं और अपने सर्विस के दौरान उन्होंने एक बार फिर 2023 में यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुए. इसबार उन्हें ऑल ओवर इंडिया में 114 रैंक और झारखंड में चौथे स्थान पर रहे.
सिद्धान्त के परिजनों ने जताई खुशी
सिद्धान्त ने बताया कि कॉलेज में पढ़ाई के दौरान उनका कैंपस सलेक्शन हुआ था. लंदन की कंपनी में अच्छा पैकेज मिला था. लेकिन उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया. सिद्धान्त के यूपीएससी में चयन होने पर उसके परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनके बेटे ने परिवार और अपने जिले का नाम रोशन किया है.
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