ETV Bharat / state

जानिए कौन हैं डूसू चुनाव में जीत दर्ज करने वाले चारों प्रत्याशी, रौनक खत्री को क्यों कहते हैं 'मटकामैन' - DUSU ELECTION 2024

डूसू चुनाव में दो पद एनएसयूआई को जबकि दो पद एबीवीपी को मिले, डूसू के चार पदाधिकारियों में दो हरियाणा, एक दिल्ली और एक यूपी का.

कौन हैं डूसू चुनाव में जीत दर्ज करने वाले चारों प्रत्याशी
डूसू के चार पदाधिकारियों में से दो हरियाणा, एक दिल्ली और एक हैं यूपी के निवासी (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 26, 2024, 1:57 PM IST

नई दिल्ली: दो महीने के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव की मतगणना संपन्न हो गई. साथ ही डूसू चुनाव में चारों पदों के परिणाम घोषित कर दिए गए. अध्यक्ष पद पर जहां एनएसयूआई के रौनक खत्री ने जीत हासिल की तो वहीं उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के भानु प्रताप सिंह ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की.

इसके साथ ही सचिव पद पर विद्यार्थी परिषद की मित्रवृंदा कर्णवाल ने 1400 से ज्यादा वोटो से जीत दर्ज की. वहीं संयुक्त सचिव पद पर साढे छह हजार से ज्यादा वोटो से एनएसयूआई के लोकेश चौधरी ने जीत दर्ज की है.

अब चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह संपन्न होने के बाद नए डूसू का स्वरूप भी सामने आ गया है, जिसमें कि तीन पदों पर पुरुष एवं एक पद पर महिला नेतृत्व करेगी. सचिव पद पर पिछले डूसू में भी महिला प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी और इस बार भी सचिव पद का नेतृत्व एक महिला ही करेगी. आईये जानते हैं कि डूसू चुनाव में जीत दर्ज करने वाले चारों प्रत्याशियों का क्या बैकग्राउंड है. कहां के रहने वाले हैं और डीयू में किस कोर्स में पढ़ाई कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें:

DUSU Election 2024: NSUI ने जीता अध्यक्ष और संयुक्त सचिव का पद, उपाध्यक्ष और सचिव पद पर ABVP का कब्जा


रौनक खत्री अध्यक्ष
रौनक खत्री, जिन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय में "मटकामैन" के नाम से जाना जाता है. दिल्ली के ही नरेला के रहने वाले हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर में एक कानून के छात्र हैं. अपनी अनोखी प्रचार शैली और छात्र अधिकारों के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है. रौनक अपने कानूनी ज्ञान और गतिशील नेतृत्व के साथ, डूसू में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने का उद्देश्य रखते हैं. गर्मी के दिनों में डीयू में छात्र छात्राओं के पीने के पानी की समस्या को देखते हुए रौनक ने पीने के पानी के मटके भी रखवाए थे.

रौनक खत्री
रौनक खत्री जिन्हें "मटकामैन" के नाम से भी जाना जाता है (ETV Bharat)

"मटकामैन" नाम क्यों पड़ा

साथ ही पीने के पानी की समस्या को लेकर हाथ में मटका उठाकर प्रदर्शन भी किया था, जिसके चलते उनको मटकामैन के नाम से भी जाना जाने लगा. लॉ सेंटर के कमरों में एसी ख़राब होने को लेकर रौनक ने दिल्ली हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की थी, जिसके बाद डीयू प्रशासन ने हाई कोर्ट के निर्देश पर लॉ सेंटर के कमरों में एसी की व्यवस्था को दुरुस्त किया था. छात्र छात्राओं की इन समस्याओं को डुसू चुनाव से कई महीने पहले उठाने का लाभ रौनक को चुनाव में मिला. छात्र छात्राओं की नजर में समस्याएं उठाने के चलते रौनक की एक जुझारू छात्र नेता की छवि बन गई थी.

भानु प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष
भानु प्रताप सिंह मूलत हरियाणा के फरीदाबाद के निवासी हैं. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री अरविंदो महाविद्यालय से मनोविज्ञान (ऑनर्स) में स्नातक पूर्ण किया है. भानू प्रताप ने डीयू के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कई प्रतियोगियों का आयोजन कराया है. सन् 2017 में अरविंदो महाविद्यालय में छात्रसंघ सचिव पद पर निर्वाचित हुए, वर्तमान में डीयू के विधि परिसर केंद्र के प्रथम वर्ष के छात्र हैं. भानू प्रताप के पिता पूर्व सैनिक हैं.

भानु प्रताप सिंह जिन्होंने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया
भानु प्रताप सिंह जिन्होंने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया (ETV Bharat)
मित्रविंदा कर्णवाल, सचिव मित्रविंदा मूलत उत्तर प्रदेश के चांदपुर, बिजनौर की निवासी हैं. महिला संबंधी विषयों हेतु निरंतर विभिन्न कार्यों में संलग्न रहती हैं तथा सेवा कार्य में विशेष रुचि है. अकादमिक क्षेत्र से मित्रविंदा बहुत मेधावी रही हैं. उन्होंने इंटर की परीक्षा को 99 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण कर जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया था. मित्रविंदा ने ऋतुमति अभियान के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय की महिलाओं को विभिन्न विषयों में जागरूक करने का कार्य किया है व लक्ष्मीबाई कॉलेज में छात्रसंघ सचिव के रूप में पिछले वर्ष निर्वाचित की गई थी. वर्तमान में वह दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज में इतिहास (ऑनर्स) तृतीय वर्ष की छात्रा हैं.
मित्रविंदा कर्णवाल
मित्रविंदा कर्णवाल ने इंटर की परीक्षा में 99 प्रतिशत अंक लेकर जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया था (ETV Bharat)

लोकेश चौधरी, संयुक्त सचिव
लोकेश हिसार हरियाणा के निवासी हैं. वह अभी डीयू में बौद्ध अध्ययन के छात्र हैं. लोकेश चौधरी, हाशिए पर रहने वाले समुदायों की चिंताओं को उठाने और सभी छात्रों के लिए कैंपस के जीवन को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं. चुनाव प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही लोकेश ने अपने जुझारूपन और आकर्षक चुनाव प्रचार शैली से छात्र छात्राओं को आकर्षित किया था. लोकेश ने साढ़े छह हजार से भी ज्यादा वोटों से जीत दर्ज करके एक रिकॉर्ड कायम किया है.

लोकेश चौधरी, संयुक्त सचिव
लोकेश ने 6500 से भी ज्यादा वोटों से जीत दर्ज कर रिकॉर्ड बनाया (ETV Bharat)

ये भी पढ़ें:

दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव की मतगणना को मिली अनुमति

विवेकानंद महिला कॉलेज छात्र संघ चुनाव में सभी पदों पर ABVP की जीत

DUSU Election Result: 7 साल बाद NSUI ने जीता अध्यक्ष पद, रौनक खत्री को मिली जीत

DUSU Election: डूसू चुनाव की मतगणना आज, करीब दो महीने के इंतजार के बाद शाम तक आएंगे नतीजे

नई दिल्ली: दो महीने के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव की मतगणना संपन्न हो गई. साथ ही डूसू चुनाव में चारों पदों के परिणाम घोषित कर दिए गए. अध्यक्ष पद पर जहां एनएसयूआई के रौनक खत्री ने जीत हासिल की तो वहीं उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के भानु प्रताप सिंह ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की.

इसके साथ ही सचिव पद पर विद्यार्थी परिषद की मित्रवृंदा कर्णवाल ने 1400 से ज्यादा वोटो से जीत दर्ज की. वहीं संयुक्त सचिव पद पर साढे छह हजार से ज्यादा वोटो से एनएसयूआई के लोकेश चौधरी ने जीत दर्ज की है.

अब चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह संपन्न होने के बाद नए डूसू का स्वरूप भी सामने आ गया है, जिसमें कि तीन पदों पर पुरुष एवं एक पद पर महिला नेतृत्व करेगी. सचिव पद पर पिछले डूसू में भी महिला प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी और इस बार भी सचिव पद का नेतृत्व एक महिला ही करेगी. आईये जानते हैं कि डूसू चुनाव में जीत दर्ज करने वाले चारों प्रत्याशियों का क्या बैकग्राउंड है. कहां के रहने वाले हैं और डीयू में किस कोर्स में पढ़ाई कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें:

DUSU Election 2024: NSUI ने जीता अध्यक्ष और संयुक्त सचिव का पद, उपाध्यक्ष और सचिव पद पर ABVP का कब्जा


रौनक खत्री अध्यक्ष
रौनक खत्री, जिन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय में "मटकामैन" के नाम से जाना जाता है. दिल्ली के ही नरेला के रहने वाले हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर में एक कानून के छात्र हैं. अपनी अनोखी प्रचार शैली और छात्र अधिकारों के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है. रौनक अपने कानूनी ज्ञान और गतिशील नेतृत्व के साथ, डूसू में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने का उद्देश्य रखते हैं. गर्मी के दिनों में डीयू में छात्र छात्राओं के पीने के पानी की समस्या को देखते हुए रौनक ने पीने के पानी के मटके भी रखवाए थे.

रौनक खत्री
रौनक खत्री जिन्हें "मटकामैन" के नाम से भी जाना जाता है (ETV Bharat)

"मटकामैन" नाम क्यों पड़ा

साथ ही पीने के पानी की समस्या को लेकर हाथ में मटका उठाकर प्रदर्शन भी किया था, जिसके चलते उनको मटकामैन के नाम से भी जाना जाने लगा. लॉ सेंटर के कमरों में एसी ख़राब होने को लेकर रौनक ने दिल्ली हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की थी, जिसके बाद डीयू प्रशासन ने हाई कोर्ट के निर्देश पर लॉ सेंटर के कमरों में एसी की व्यवस्था को दुरुस्त किया था. छात्र छात्राओं की इन समस्याओं को डुसू चुनाव से कई महीने पहले उठाने का लाभ रौनक को चुनाव में मिला. छात्र छात्राओं की नजर में समस्याएं उठाने के चलते रौनक की एक जुझारू छात्र नेता की छवि बन गई थी.

भानु प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष
भानु प्रताप सिंह मूलत हरियाणा के फरीदाबाद के निवासी हैं. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री अरविंदो महाविद्यालय से मनोविज्ञान (ऑनर्स) में स्नातक पूर्ण किया है. भानू प्रताप ने डीयू के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कई प्रतियोगियों का आयोजन कराया है. सन् 2017 में अरविंदो महाविद्यालय में छात्रसंघ सचिव पद पर निर्वाचित हुए, वर्तमान में डीयू के विधि परिसर केंद्र के प्रथम वर्ष के छात्र हैं. भानू प्रताप के पिता पूर्व सैनिक हैं.

भानु प्रताप सिंह जिन्होंने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया
भानु प्रताप सिंह जिन्होंने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया (ETV Bharat)
मित्रविंदा कर्णवाल, सचिव मित्रविंदा मूलत उत्तर प्रदेश के चांदपुर, बिजनौर की निवासी हैं. महिला संबंधी विषयों हेतु निरंतर विभिन्न कार्यों में संलग्न रहती हैं तथा सेवा कार्य में विशेष रुचि है. अकादमिक क्षेत्र से मित्रविंदा बहुत मेधावी रही हैं. उन्होंने इंटर की परीक्षा को 99 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण कर जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया था. मित्रविंदा ने ऋतुमति अभियान के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय की महिलाओं को विभिन्न विषयों में जागरूक करने का कार्य किया है व लक्ष्मीबाई कॉलेज में छात्रसंघ सचिव के रूप में पिछले वर्ष निर्वाचित की गई थी. वर्तमान में वह दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज में इतिहास (ऑनर्स) तृतीय वर्ष की छात्रा हैं.
मित्रविंदा कर्णवाल
मित्रविंदा कर्णवाल ने इंटर की परीक्षा में 99 प्रतिशत अंक लेकर जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया था (ETV Bharat)

लोकेश चौधरी, संयुक्त सचिव
लोकेश हिसार हरियाणा के निवासी हैं. वह अभी डीयू में बौद्ध अध्ययन के छात्र हैं. लोकेश चौधरी, हाशिए पर रहने वाले समुदायों की चिंताओं को उठाने और सभी छात्रों के लिए कैंपस के जीवन को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं. चुनाव प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही लोकेश ने अपने जुझारूपन और आकर्षक चुनाव प्रचार शैली से छात्र छात्राओं को आकर्षित किया था. लोकेश ने साढ़े छह हजार से भी ज्यादा वोटों से जीत दर्ज करके एक रिकॉर्ड कायम किया है.

लोकेश चौधरी, संयुक्त सचिव
लोकेश ने 6500 से भी ज्यादा वोटों से जीत दर्ज कर रिकॉर्ड बनाया (ETV Bharat)

ये भी पढ़ें:

दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव की मतगणना को मिली अनुमति

विवेकानंद महिला कॉलेज छात्र संघ चुनाव में सभी पदों पर ABVP की जीत

DUSU Election Result: 7 साल बाद NSUI ने जीता अध्यक्ष पद, रौनक खत्री को मिली जीत

DUSU Election: डूसू चुनाव की मतगणना आज, करीब दो महीने के इंतजार के बाद शाम तक आएंगे नतीजे

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.