लखनऊः 18वीं लोकसभा का गठन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इस बार का चुनाव कई मायनो में खास रहा है. खासकर उत्तर प्रदेश में इस बार कई रिकॉर्ड बने और टूटे. उत्तर प्रदेश की 80 सीटों से चुने सांसदों ने लोकसभा के पहले सत्र में अपने पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है.
ऐसे में आज हम आपको उत्तर प्रदेश के सांसदों और मंत्रियों से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जो आपकी आवाज अगले 5 साल तक सदन में उठाएंगे. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में सत्तारूढ़ एनडीए को यूपी में उतनी सफलता नहीं, मिली जितनी उपेक्षा कर रही थी. वहीं, इंडिया गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया.
इस चुनाव में जहां एनडीए को कुल 36 सीटें जीत पाई. जिसमें भाजपा 33, रालोद 2 और अपना दल से 1 एक सांसद चुने गए हैं. वहीं, इंडिया गठबंधन की झोली में 43 आई हैं. सपा ने अपने इतिहास में पहली बार 36 सीटें जीतीं. वहीं, कांग्रेस ने एक दशक बाद यूपी में वापसी करते हुए 6 सीटें जीतीं. इसके अलावा आजाद समाजवादी पार्टी के अकेले उम्मीदवार चंद्रशेखर आजाद ने नगीना से जीतकर संसद पहुंचे हैं.
मोदी सरकार में यूपी के कितने सांसद को मिली केबिनेट में जगह: मोदी सरकर 3.0 में उत्तर प्रदेश से 10 सांसद को कैबिनेट में शामिल किया गया, जिसमें राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री बनाया गया है. हरदीप सिंह पुरी को पेट्रोलियम मंत्री, जयंत चौधरी को स्किल डेवलपमेंट, जितिन प्रसाद को उद्योग और कॉमर्स विभाग में राज्य मंत्री का पद साथ में इलेक्ट्रॉनिक विभाग का भी राज्य मंत्री बनाया गया है.
अनुप्रिया पटेल को परिवार कल्याण और स्वास्थ्य विभाग में राज्य मंत्री के साथ-साथ रसायन एवं उर्वरक विभाग का भी राज्य मंत्री बनाया गया है. कीर्तिवर्धन सिंह को पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री के साथ साथ विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है.
बीएल वर्मा को उपभोक्ता मामले और आपूर्ति विभाग में राज्य मंत्री के साथ ही सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में भी राज्य मंत्री की जिम्मेदारी मिली है. एसपी सिंह बघेल को मत्स्य पालन और पशुपालन राज्य मंत्री के साथ साथ पंचायती राज्य मंत्री भी बनाया गया है. कमलेश पासवान को ग्रामीण विकास विभाग में राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा गया है.