रांची: संथाल परगना का केंद्र और झारखंड की उपराजधानी दुमका हमेशा से राजनीति का गढ़ रहा है. दुमका लोकसभा क्षेत्र झामुमो का पारंपरिक सीट माना जाता है. यहां से शिबू सोरेन ने 8 बार जीत हासिल की है. हालांकि 2019 के चुनाव में यहां से शिबू सोरेन को हार का सामना करना पड़ा था. उन्हों बीजेपी उम्मीदवार सुनील सोरेन ने कड़े मुकाबले में पराजित किया था.
आदिवासी बाहुल्य वाला क्षेत्र दुमका लोकसभा सीट
आदिवासी बाहुल्य वाले इस इलाके में करीब 93 फीसदी लोग गांवों में रहते हैं. यहां की करीब 40 फीसदी आबादी आदिवासी है. इसके अलावा 12 प्रतिशत मुस्लिम आबादी भी इस इलाके में है. इसमें शिकारीपाड़ा, जामा, नाला और सारठ विधानसभा क्षेत्र हैं. 1957 से 2019 तक यहां 16 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं. इन चुनावों में किसकी जीत हुई और कौन हारा वह आप ग्राफिक्स में देख सकते हैं.
शिबू सोरेन 11 पर यहां से लड़ चुके हैं चुनाव
इस लोकसभा क्षेत्र से शिबू सोरेन 11 बार लड़ चुके हैं जिसमें इन्हें तीन सिर्फ बार हार का सामना करना पड़ा जबकि 8 बार इन्होंने यहां से जीत हासिल की है. शिबू सोरेन यहां से 1984 में उस वक्त हारे थे जब पूरे इंदिरा गांधी की मौत के बाद पूरे देश में कांग्रेस के लिए सहानुभूति की लहर थी. वहीं दूसरी बार 1998 में शिबू सोरेन को यहां हार का सामना करना पड़ा था. 2019 में मोदी लहर के कारण तीसरी बार यहां शिबू सोरेन को हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि लोकसभा 2024 में क्या एक बार फिर से शिबू सोरेन यहां से चुनाव लड़ेंगे, और क्या उन्हें यहां जीत हासिल होगी.
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