चंडीगढ़: वीरवार की रात कांग्रेस ने हरियाणा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की. जिसमें किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी और बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए बृजेंद्र सिंह को टिकट नहीं मिली. जिसके बाद से ये दोनों नाम चर्चा का विषय बने हुए हैं. भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से श्रुति चौधरी का नाम लगभग फाइनल माना जा रहा था, लेकिन कांग्रेस ने इस सीट से राव दान सिंह को उम्मीदवार बनाया है. जिसके बाद से किरण चौधरी नाराज बताई जा रही हैं.
किरण चौधरी ने बुलाई कार्यकर्ताओं की बैठक: इसी मुद्दे पर आज किरण चौधरी ने तोशाम में कार्यकर्ताओं की अहम बैठक बुलाई है. जिसके बाद किरण चौधरी कोई बड़ा फैसला कर सकती हैं. वहीं हिसार से बेटे बृजेंद्र सिंह का टिकट कटने के बाद बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अगर बृजेंद्र सिंह को टिकट मिलता तो अच्छा होता. प्रचार के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अगर मुझे बुलाया गया, तो मैं प्रचार के लिए जाऊंगा. बिना कहे किसी का प्रचार नहीं करूंगा.
नाराजगी से कांग्रेस को नुकसान? इन दोनों नेताओं यानी बीरेंद्र सिंह और किरण चौधरी की नाराजगी की खबरों पर राजनीतिक मामलों के जानकार राजेश मोदगिल ने कहा "अगर इन दोनों नेताओं की नाराजगी बनी रहती है, तो कांग्रेस के लिए हिसार लोकसभा क्षेत्र और भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र में नुकसान हो सकता है. चौधरी बीरेंद्र सिंह की नाराजगी का असर ना सिर्फ हिसार लोकसभा क्षेत्र बल्कि सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में भी पड़ सकता है."
क्या कहते हैं राजनीतिक जानकार? राजनीतिक मामलों के जानकार राजेश मोदगिल ने कहा "इसके साथ ही किरण चौधरी की नाराजगी भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर असर कर सकती है. अगर कांग्रेस समय पर इन दोनों नेताओं को मना लेती है, तो शायद इसका ज्यादा नुकसान नहीं होगा, लेकिन इन दोनों नेताओं की अनदेखी. दो लोकसभा क्षेत्र पर तो पार्टी को जरूर नुकसान कर सकती है."