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कानपुर में खादी उत्सव; UP के कई शहरों के कारीगरों ने लगाए स्टाल, 50 रुपये से लेकर 50 हजार तक के उत्पाद - KHADI UTSAV KANPUR

खरीदिए बकरे के मांस से बने खिलौने, मेरठ से आई गद्दे वाली चटाई, 29 जनवरी तक चलेगा उत्सव.

कानपुर में खादी उत्सव शुरू
कानपुर में खादी उत्सव शुरू (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 17, 2025, 9:42 AM IST

कानपुर : शहर के मोतीझील स्थित लॉन नंबर-3 में खादी उत्सव की शुरुआत गुरुवार से हो चुकी है. यह उत्सव आगामी 29 जनवरी तक जारी रहेगा. इस उत्सव में यूपी के कई शहरों से हुनरमंद कारीगर अपने उत्पादों को लेकर पहुंचे हैं. इनके उत्पादों को देखने के साथ ही इसका शुभारंभ एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने किया.

कानपुर में खादी उत्सव (Video Credit; ETV Bharat)

मंत्री ने कहा कि खादी के वस्त्रों पर लोगों को जो छूट दी जा रही है, उसे देखते हुए लोगों को यहां खादी के उत्पादों को लेने आना चाहिए. बोले, पिछले कुछ सालों से लगातार लोगों के अंदर खादी के वस्त्रों को पहनने का क्रेज बढ़ा है. इस दौरान सांसद रमेश अवस्थी भी मौजूद थे. खादी ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने बताया कि इस उत्सव में 50 रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक के उत्पाद हैं.

खादी उत्सव में मेरठ से आए रामगोपाल यादव ने बताया, वह पिछले कई सालों से खिलौने की तरह दिखने वाले जीवों के उत्पाद बेच रहे हैं, वह बकरे के मांस (हैदाराबाद व चेन्नई से आने वाले फिनिश्ड लेदर) से बनाते हैं. इस पर धूल, पानी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता. यह खिलौना चमकता हुआ दिखता है. उनके इन खिलौने वाले उत्पादों को जापान, यूके, यूएसए के लोग भी खूब पसंद करते हैं. इन उत्पादों की कीमत 35 हजार रुपये तक होती है. इसमें 10 फीट तक के खिलौने जैसे उत्पाद दिखते हैं. इसी तरह मुरादाबाद से पीतल के उत्पाद लेकर आए मो.आमिर ने बताया कि उनके स्टाल पर पीतल का चम्मच 50 रुपये का है. जबकि पीतल का फ्लावर पाट 10 हजार रुपये तक का है. उनके स्टाल पर दीया, घंटी, ग्लास समेत कई उत्पाद हैं.

खादी उत्सव में वाराणसी से आए राज्य पुरस्कार (सीएम योगी से मिला) से सम्मानित धर्मराज सिंह ने बताया, वह लकड़ी के खिलौने लेकर आए हैं. इसकी कीमत 10 रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक हैं. धर्मराज ने बताया, उनकी चौथी पीढ़ी भी घर पर खिलौने के उत्पाद तैयार करती है. लकड़ी के खिलौनों की मांग को देखते हुए वह यहां उत्सव में शामिल हुए हैं. इसी तरह मेरठ से आए एजाज ने बताया कि वह पहली बार ऐसी मैट लेकर आए हैं. (कोराई वाली) जो एक ओर गद्दे की तरह है और दूसरी ओर चटाई की तरह. इनकी रेंज 1150 रुपये से लेकर 1750 रुपये तक है. कुंभ जैसे आयोजनों, योग करने, छतों पर बैठने के लिए यह मैट बहुत उपयोगी रहेगी.


यह भी पढ़ें : कानपुर में नए साल से 3 दिन बंद रहेंगे बाजार; देखिए किस दिन कौन सी मार्केट में रहेगी बंदी

यह भी पढ़ें : एचपीवी वायरस का अटैक; 1000 में से 20 महिलाएं सर्वाइकल कैंसर की शिकार, बचाव के लिए अपनाएं ये तरीका


कानपुर : शहर के मोतीझील स्थित लॉन नंबर-3 में खादी उत्सव की शुरुआत गुरुवार से हो चुकी है. यह उत्सव आगामी 29 जनवरी तक जारी रहेगा. इस उत्सव में यूपी के कई शहरों से हुनरमंद कारीगर अपने उत्पादों को लेकर पहुंचे हैं. इनके उत्पादों को देखने के साथ ही इसका शुभारंभ एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने किया.

कानपुर में खादी उत्सव (Video Credit; ETV Bharat)

मंत्री ने कहा कि खादी के वस्त्रों पर लोगों को जो छूट दी जा रही है, उसे देखते हुए लोगों को यहां खादी के उत्पादों को लेने आना चाहिए. बोले, पिछले कुछ सालों से लगातार लोगों के अंदर खादी के वस्त्रों को पहनने का क्रेज बढ़ा है. इस दौरान सांसद रमेश अवस्थी भी मौजूद थे. खादी ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने बताया कि इस उत्सव में 50 रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक के उत्पाद हैं.

खादी उत्सव में मेरठ से आए रामगोपाल यादव ने बताया, वह पिछले कई सालों से खिलौने की तरह दिखने वाले जीवों के उत्पाद बेच रहे हैं, वह बकरे के मांस (हैदाराबाद व चेन्नई से आने वाले फिनिश्ड लेदर) से बनाते हैं. इस पर धूल, पानी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता. यह खिलौना चमकता हुआ दिखता है. उनके इन खिलौने वाले उत्पादों को जापान, यूके, यूएसए के लोग भी खूब पसंद करते हैं. इन उत्पादों की कीमत 35 हजार रुपये तक होती है. इसमें 10 फीट तक के खिलौने जैसे उत्पाद दिखते हैं. इसी तरह मुरादाबाद से पीतल के उत्पाद लेकर आए मो.आमिर ने बताया कि उनके स्टाल पर पीतल का चम्मच 50 रुपये का है. जबकि पीतल का फ्लावर पाट 10 हजार रुपये तक का है. उनके स्टाल पर दीया, घंटी, ग्लास समेत कई उत्पाद हैं.

खादी उत्सव में वाराणसी से आए राज्य पुरस्कार (सीएम योगी से मिला) से सम्मानित धर्मराज सिंह ने बताया, वह लकड़ी के खिलौने लेकर आए हैं. इसकी कीमत 10 रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक हैं. धर्मराज ने बताया, उनकी चौथी पीढ़ी भी घर पर खिलौने के उत्पाद तैयार करती है. लकड़ी के खिलौनों की मांग को देखते हुए वह यहां उत्सव में शामिल हुए हैं. इसी तरह मेरठ से आए एजाज ने बताया कि वह पहली बार ऐसी मैट लेकर आए हैं. (कोराई वाली) जो एक ओर गद्दे की तरह है और दूसरी ओर चटाई की तरह. इनकी रेंज 1150 रुपये से लेकर 1750 रुपये तक है. कुंभ जैसे आयोजनों, योग करने, छतों पर बैठने के लिए यह मैट बहुत उपयोगी रहेगी.


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