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केजीएमयू का सर्वर ठप, दिनभर भटकते रहे दस हजार मरीज

लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में सोमवार को मरीजों को काफी परेशानियां उठानी पड़ी. केजीएमयू का सर्वर ठप होने से दस हजार के करीब मरीज प्रभावित हुए.

केजीएमयू का सर्वर ठप
केजीएमयू का सर्वर ठप
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 19, 2024, 10:35 PM IST

लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में सोमवार को मरीजों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी है. दरअसल सोमवार को केजीएमयू का सर्वर ठप हो गया. जिसके चलते अलग-अलग जिलों से आए मरीजों को जांच से लेकर बिलिंग काउंटर तक ठोकर खाने पड़े. यह स्थिति तब की थी, जब प्रधानमंत्री के लखनऊ दौरे को लेकर केजीएमयू अलर्ट मोड पर था. बताया जा रहा है कि यह समस्या केजीएमयू से नहीं बल्कि दिल्ली स्थित एनआईसी से हुई थी. हालांकि केजीएमयू प्रशासन ने दावा किया कि वै​कल्पिक तौर पर मैन्युली कार्य हो रहा है. जिससे मरीजों का इलाज नहीं रुका. वहीं, कुछ मरीजों का कहना था कि सर्वर ठप होने के बाद मैन्युअल पर्चा बनवाने से लेकर ब्लड जांच करने तक पूरा दिन निकल गया.

सर्वर ठप होने से बढ़ी मरीजों की मुश्किलें: सूबे के बड़े अस्पतालों में शुमार लखनऊ के केजीएमयू में सोमवार को अफरातफरी मची रही. रोजाना यहां पर करीब आठ हजार से अधिक मरीज ओपीडी में दिखाने के लिए आते हैं. जिसमें से ज्यादातर प्रदेश से दूसरे जिलों से होते हैं. लेकिन सर्वर ठप होने से इलाज में उनको काफी समस्याएं उठानी पड़ी. कई मरीजों को बिना इलाज ही वापस लौटना पड़ा. इनमें से उन मरीजों की संख्या अधिक रही. जिन्हें जांच रिपोर्ट और जांच के लिए पैसे जमा करने थे और रिपोर्ट लेनी थी. सुबह दस बजे से ही मरीज जांच शुल्क से लेकर रिपोर्ट तक के लिए धक्के खा रहे थे. ऑनलाइन व्यवस्था पूरी तरह बंद रही है.

एनआईसी के सॉफ्टवेयर में परेशानी के चलते ई हॉस्पिटल सेवा ठप: आईटी सेल इंचार्ज डॉ. रिचा खन्ना ने बताया कि केजीएमयू नहीं दिल्ली स्थित एनआईसी के सॉफ्टवेयर में दिक्कत हुई है. जिसकी वजह से केजीएमयू सहित कई अन्य चिकित्सा संस्थानों की ई हॉस्पिटल सेवाएं प्रभावित हुई हैं. साथ ही खन्ना ने ये भी कहा कि मरीजों को कोई दिक्कत न हो. इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है.

यह भी पढ़ें: मिड डे मील खाने के बाद 16 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, 11 की हालत गंभीर

लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में सोमवार को मरीजों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी है. दरअसल सोमवार को केजीएमयू का सर्वर ठप हो गया. जिसके चलते अलग-अलग जिलों से आए मरीजों को जांच से लेकर बिलिंग काउंटर तक ठोकर खाने पड़े. यह स्थिति तब की थी, जब प्रधानमंत्री के लखनऊ दौरे को लेकर केजीएमयू अलर्ट मोड पर था. बताया जा रहा है कि यह समस्या केजीएमयू से नहीं बल्कि दिल्ली स्थित एनआईसी से हुई थी. हालांकि केजीएमयू प्रशासन ने दावा किया कि वै​कल्पिक तौर पर मैन्युली कार्य हो रहा है. जिससे मरीजों का इलाज नहीं रुका. वहीं, कुछ मरीजों का कहना था कि सर्वर ठप होने के बाद मैन्युअल पर्चा बनवाने से लेकर ब्लड जांच करने तक पूरा दिन निकल गया.

सर्वर ठप होने से बढ़ी मरीजों की मुश्किलें: सूबे के बड़े अस्पतालों में शुमार लखनऊ के केजीएमयू में सोमवार को अफरातफरी मची रही. रोजाना यहां पर करीब आठ हजार से अधिक मरीज ओपीडी में दिखाने के लिए आते हैं. जिसमें से ज्यादातर प्रदेश से दूसरे जिलों से होते हैं. लेकिन सर्वर ठप होने से इलाज में उनको काफी समस्याएं उठानी पड़ी. कई मरीजों को बिना इलाज ही वापस लौटना पड़ा. इनमें से उन मरीजों की संख्या अधिक रही. जिन्हें जांच रिपोर्ट और जांच के लिए पैसे जमा करने थे और रिपोर्ट लेनी थी. सुबह दस बजे से ही मरीज जांच शुल्क से लेकर रिपोर्ट तक के लिए धक्के खा रहे थे. ऑनलाइन व्यवस्था पूरी तरह बंद रही है.

एनआईसी के सॉफ्टवेयर में परेशानी के चलते ई हॉस्पिटल सेवा ठप: आईटी सेल इंचार्ज डॉ. रिचा खन्ना ने बताया कि केजीएमयू नहीं दिल्ली स्थित एनआईसी के सॉफ्टवेयर में दिक्कत हुई है. जिसकी वजह से केजीएमयू सहित कई अन्य चिकित्सा संस्थानों की ई हॉस्पिटल सेवाएं प्रभावित हुई हैं. साथ ही खन्ना ने ये भी कहा कि मरीजों को कोई दिक्कत न हो. इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है.

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