लखनऊ: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद अभी लखनऊ वापस नहीं लौटे हैं. मौर्य दिल्ली में ही रुके हुए हैं. माना जा रहा है कि अभी इस मामले में और अधिक वार्तालाप की जा सकती है. दूसरी और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी अभी दिल्ली में रुके हुए हैं.
जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद चौंकाने वाले तथ्य: जेपी नड्डा से इन दोनों नेताओं की मुलाकात को लेकर सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि जब-जब यह नेता अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात करते हैं तो उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करते हैं. मगर राष्ट्रीय अध्यक्ष से भेंट होने के बावजूद मौर्य और भूपेंद्र चौधरी ने कोई तस्वीर अपने सोशल मीडिया के किसी प्लेटफार्म पर साझा नहीं की है. जिसकी वजह से यह माना जा रहा है कि बैठक बहुत अधिक गंभीर और गोपनीय है. जिसके परिणाम भी अभूतपूर्व हो सकते हैं.
केशव मौर्य और भूपेंद्र चौधरी से नड्डा ने एक-एक घंटे की बात: केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की जो मुलाकात हुई है, वह लगभग दो घंटे चली. केशव प्रसाद मौर्य से एक घंटा और प्रदेश अध्यक्ष से भी लगभग एक घंटे की भेंट जेपी नड्डा ने की है. मान जा रहा है कि इन दोनों नेताओं के साथ बैठक करके सरकार और संगठन के बीच जो कुछ मतभेद इन दिनों चल रहे हैं, उन पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गंभीर चिंतन किया.
बीजेपी में चल रहा संगठन बनाम सरकार: पिछले दिनों कार्यसमिति की बैठक में केशव प्रसाद मौर्य के सरकार और संगठन संबंधित बयान के अलावा बीच-बीच में बीजेपी के नेताओं की सरकार विरोधी बयानबाजी को लेकर आलाकमान काफी परेशान है. इस वजह से दोनों नेताओं से उनका स्पष्ट मत पूछा गया है और इसी आधार पर भारतीय जनता पार्टी आने वाले समय में बड़े बदलाव कर सकती है.
संगठन में बड़े फेरबदल के संकेत: फिलहाल यह बड़े बदलाव कैसे होंगे इसकी रूपरेखा तय नहीं है. मगर भारतीय जनता पार्टी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया है कि बदलाव संगठन में ही संभव है. सरकार में कोई बड़ी छेड़छाड़ की संभावना नहीं व्यक्त की जा रही है.
सोशल मीडिया पर फोटो शेयर न करने के क्या हैं मायने: केशव प्रसाद मौर्य और भूपेंद्र सिंह चौधरी सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव हैं. यह दोनों लगातार अपने हैंडल पर बड़े नेताओं के साथ होने वाली मुलाकातों के अलावा बहुत छोटे स्तर के कार्यकर्ताओं से बातचीत तक की फोटो शेयर करते हैं. इसके बावजूद राष्ट्रीय अध्यक्ष से होने वाली इस मुलाकात की कोई तस्वीर नहीं साझा किए जाने के बड़े मतलब निकाले जा रहे हैं. माना जा रहा है कि बैठक गंभीर और अभूतपूर्व है. इसके बहुत बड़े परिणाम हो सकते हैं. बैठक की गंभीरता को देखते हुए दोनों नेताओं ने तस्वीर को सार्वजनिक नहीं की है.
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