भरतपुर : केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में गुरुवार को अजगर के दो बच्चे नजर आए. यहां डाबरी कुआं क्षेत्र के पास एक पद पर अजगर के दो बच्चों को पेड़ों पर चढ़ते देखा गया. यह नजारा देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी और कई ने इस दुर्लभ क्षण को अपने कैमरों में कैद किया. गुरुवार दोपहर को घना के केवलादेव चौकी के पास डाबरी कुआं के पास पेड़ों पर रॉक पाइथन (अजगर) के दो बच्चे चढ़ते नजर आए.
यह घटना घना के फॉरेस्ट गार्ड हरदेव कुंतल ने अपने कैमरे में कैद की. इस दौरान पर्यटकों की भी अजगर के बच्चों पर नजर पड़ी. सूचना मिलते ही पर्यटकों की भीड़ जुट गई और अजगर के बच्चों को कैमरों में कैद करने लगे. देर तक पर्यटक इस नजारे का लुत्फ उठाते रहे. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान मुख्य रूप से पक्षी प्रेमियों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यह अजगरों के लिए भी एक प्रमुख स्थान है.
देश के सबसे बड़े पाइथन प्वाइंट के रूप में प्रसिद्ध यह उद्यान अजगरों के लिए एक आदर्श प्राकृतिक आवास वाला स्थान है. यहां सैकड़ों की संख्या में अजगर पाए जाते हैं. घना की भौगोलिक परिस्थितियां और घना वन क्षेत्र अजगरों की सुरक्षा और प्रजनन के लिए बेहद अनुकूल हैं. यही कारण है कि उद्यान और इसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में अजगर अक्सर देखे जाते हैं.