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केदारनाथ पैदल यात्रा एक सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद, काम पर लगे 270 मजदूर - Kedarnath disaster

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 12, 2024, 4:26 PM IST

Kedarnath walkway disrupted, kedarnath yatra latest news, Kedarnath disaster केदारनाथ पैदल यात्रा एक सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है. प्रशासन की ओर से 270 मजदूरों को पैदल मार्ग दुरूस्त करने के लिए लगाया है.

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केदारनाथ पैदल यात्रा एक सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद (Etv Bharat)

रुद्रप्रयाग: बीती 31 जुलाई की रात को केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर अत्यधिक बारिश से जगह-जगह हुये भूस्खलन का असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ा है. भूस्खलन से पहले जहां हजारों की संख्या में तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंच रहे थे, वहीं इन दिनों बाबा केदार का दरबार भक्तों के बिना सुनसान है. भले ही केदारनाथ धाम की हेली यात्रा सुचारू है, लेकिन मौसम हेली यात्रा में मौसम बाधक बना हुआ है. केदारनाथ धाम सहित पैदल यात्रा मार्ग पर रेस्क्यू अभियान पूर्ण रूप से सफल हो चुका है. प्रशासन के 270 से अधिक मजदूर केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग की मरम्मत करने में लगे हुये हैं. मौसम सही रहा तो एक सप्ताह के भीतर केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा दोबारा शुरू कर दी जाएगी.

अब तक 10 लाख से अधिक यात्री पहुंचे केदारनाथ: अभी तक 10 लाख 93 हजार से अधिक भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. 31 जुलाई की रात को केदारनाथ धाम के पैदल यात्रा मार्ग के भीमबली, रामबाड़ा और लिनचौली में अतिवृष्टि के कारण पैदल यात्रा मार्ग जगह-जगह ध्वस्त हो गया था. इसके अलावा सोनप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे को भी भारी क्षति पहुंची थी. एक सप्ताह तक रेस्क्यू अभियान चला. धाम सहित पैदल यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को पैदल और हेली के जरिये रेस्क्यू किया गया. पैदल मार्ग पर हुये नुकसान का सबसे अधिक असर केदारनाथ धाम की यात्रा पर पड़ा है.

सावन के महीने में बाबा केदार का दरबार भक्तों के बिना सुनसान पड़ा हुआ है. 31 जुलाई तक जहां हजारों भक्त बाबा के दरबार में पहुंच रहे थे. वहीं अब संख्या शून्य हो गई है. धाम में रेस्क्यू अभियान पूर्ण होने के बाद प्रशासन ने हेली यात्रा मौसम में दो हेली सेवाएं धाम के लिये उड़ाने भर रही हैं, लेकिन आये दिन केदारनाथ में धुंध छाने से ये हेली सेवाएं बहुत कम उड़ाने भर पा रही हैं.

काम पर लगाये गये 270 से अधिक मजदूर: केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग की मरम्मत का कार्य इन दिनों जोर शोर से चल रहा है. मौसम भी कई बार बाधाएं पैदा कर रहा है. प्रशासन के 270 से अधिक मजदूर लिनचौली, भीमबली, जंगलचटटी, रामबाड़ा आदि स्थानों पर पैदल मार्ग को दुरूस्त करने में लगे हुये हैं. पैदल मार्ग पर फंसे घोड़े-खच्चरों को भी सकुशल वापस लाया गया है. मौसम के साथ देने पर उम्मीद की जा रही है कि एक सप्ताह के भीतर दोबारा धाम की पैदल यात्रा शुरू हो जाएगी.

रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने बताया प्रशासन का लक्ष्य अब पैदल मार्ग को दुरूस्त करने का है. मौसम के साथ देने पर एक सप्ताह के भीतर पैदल यात्रा शुरू हो जाएगी. फिलहाल जो भी यात्रा केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं, वो हवाई सेवाओं से पहुंच रहे हैं. तीन दिन में लगभग सौ यात्री हवाई सेवाओं से बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ धाम के धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला ने बताया यात्री हवाई सेवा से धाम में दर्शनों के लिये आ रहे हैं.

पढ़ें- यात्रियों को अपने संसाधनों से गौरीकुंड पहुंचायेगी सरकार, तीन दिन में केदारनाथ पैदल मार्ग खुलने की उम्मीद - kedarnath yatra 2024

रुद्रप्रयाग: बीती 31 जुलाई की रात को केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर अत्यधिक बारिश से जगह-जगह हुये भूस्खलन का असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ा है. भूस्खलन से पहले जहां हजारों की संख्या में तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंच रहे थे, वहीं इन दिनों बाबा केदार का दरबार भक्तों के बिना सुनसान है. भले ही केदारनाथ धाम की हेली यात्रा सुचारू है, लेकिन मौसम हेली यात्रा में मौसम बाधक बना हुआ है. केदारनाथ धाम सहित पैदल यात्रा मार्ग पर रेस्क्यू अभियान पूर्ण रूप से सफल हो चुका है. प्रशासन के 270 से अधिक मजदूर केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग की मरम्मत करने में लगे हुये हैं. मौसम सही रहा तो एक सप्ताह के भीतर केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा दोबारा शुरू कर दी जाएगी.

अब तक 10 लाख से अधिक यात्री पहुंचे केदारनाथ: अभी तक 10 लाख 93 हजार से अधिक भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. 31 जुलाई की रात को केदारनाथ धाम के पैदल यात्रा मार्ग के भीमबली, रामबाड़ा और लिनचौली में अतिवृष्टि के कारण पैदल यात्रा मार्ग जगह-जगह ध्वस्त हो गया था. इसके अलावा सोनप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे को भी भारी क्षति पहुंची थी. एक सप्ताह तक रेस्क्यू अभियान चला. धाम सहित पैदल यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को पैदल और हेली के जरिये रेस्क्यू किया गया. पैदल मार्ग पर हुये नुकसान का सबसे अधिक असर केदारनाथ धाम की यात्रा पर पड़ा है.

सावन के महीने में बाबा केदार का दरबार भक्तों के बिना सुनसान पड़ा हुआ है. 31 जुलाई तक जहां हजारों भक्त बाबा के दरबार में पहुंच रहे थे. वहीं अब संख्या शून्य हो गई है. धाम में रेस्क्यू अभियान पूर्ण होने के बाद प्रशासन ने हेली यात्रा मौसम में दो हेली सेवाएं धाम के लिये उड़ाने भर रही हैं, लेकिन आये दिन केदारनाथ में धुंध छाने से ये हेली सेवाएं बहुत कम उड़ाने भर पा रही हैं.

काम पर लगाये गये 270 से अधिक मजदूर: केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग की मरम्मत का कार्य इन दिनों जोर शोर से चल रहा है. मौसम भी कई बार बाधाएं पैदा कर रहा है. प्रशासन के 270 से अधिक मजदूर लिनचौली, भीमबली, जंगलचटटी, रामबाड़ा आदि स्थानों पर पैदल मार्ग को दुरूस्त करने में लगे हुये हैं. पैदल मार्ग पर फंसे घोड़े-खच्चरों को भी सकुशल वापस लाया गया है. मौसम के साथ देने पर उम्मीद की जा रही है कि एक सप्ताह के भीतर दोबारा धाम की पैदल यात्रा शुरू हो जाएगी.

रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने बताया प्रशासन का लक्ष्य अब पैदल मार्ग को दुरूस्त करने का है. मौसम के साथ देने पर एक सप्ताह के भीतर पैदल यात्रा शुरू हो जाएगी. फिलहाल जो भी यात्रा केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं, वो हवाई सेवाओं से पहुंच रहे हैं. तीन दिन में लगभग सौ यात्री हवाई सेवाओं से बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ धाम के धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला ने बताया यात्री हवाई सेवा से धाम में दर्शनों के लिये आ रहे हैं.

पढ़ें- यात्रियों को अपने संसाधनों से गौरीकुंड पहुंचायेगी सरकार, तीन दिन में केदारनाथ पैदल मार्ग खुलने की उम्मीद - kedarnath yatra 2024

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