देहरादून: केदारघाटी में आई त्रासदी से फंसे यात्रियों का सफलता पूर्वक रेस्क्यू किया जा रहा है. इसी क्रम में केदारघाटी में स्वेच्छा से ठहरे 78 लोगों को एमआई-17 के माध्यम से रेस्क्यू कर गुप्तकाशी पहुंचाया गया है. इसी के साथ केदारनाथ रेस्क्यू ऑपरेशन का पहला फेज पूरा हो चुका है. केदारनाथ धाम के विभिन्न पड़ावों पर 1000 से 1500 लोग फंसे हुए थे, जिसमें से भीमबली और लिनचोली में 300 लोग फंसे हुए थे.
Uttarakhand | First phase of the rescue operation in Kedarghati has been completed. 78 people who voluntarily stayed back in Kedarnath were taken to Guptkashi through MI-17.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 11, 2024
(Source: Information Department) pic.twitter.com/9PFyEoE0Sk
31 जुलाई को भारी बारिश ने रुद्रप्रयाग में बरपाया था कहर: बता दें कि 31 जुलाई को प्रदेश भर में हुई भारी बारिश से रुद्रप्रयाग जिले में काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. जिसके तहत केदारनाथ मार्ग पर चार जगहों पर सड़कों का अधिकतर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग में 29 जगहों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं. इसी के साथ ही सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच 150 मीटर एनएच सड़क का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच दो अन्य जगहों पर भी मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है.
हेली सेवा के जरिए केदारनाथ यात्रा शुरू: त्रासदी की वजह से केदारनाथ यात्रा को बीच में रोक दिया गया था. हालांकि अब हेली सेवा के जरिए केदारनाथ यात्रा को सुचारू कर दिया गया है. यात्रियों को हेली सेवा में 25 फीसदी की छूट दी जा रही है. केदारनाथ पैदल मार्गों की मरम्मत का काम भी जोरों- शोरों से चल रहा है. केदारनाथ में सेना के 3 अधिकारी, 2 JCO और 40 जवानों के कॉलम ने रिलीफ और रेस्क्यू ऑपरेशन की मदद से कई लोगों की जान बचाई.
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