कवर्धा: कवर्धा में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में रिजल्ट की घोषणा हो रही है. दूसरे चरण का रिजल्ट 20 फरवरी को आया. उसके बाद से सभी निर्वाचित प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र का वितरण किया जा रहा है. अब तक पंचायत चुनाव में जो रिजल्ट आए हैं. उसमें 14 जिला पंचायत क्षेत्र में 13 में भाजपा और 1 में कांग्रेस अधिकृत प्रत्याशी की जीत हुई है. पंचायत चुनाव में रिजल्ट को लेकर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 06 के कांग्रेस अधिकृत प्रत्याशी जगनी कामू बैगा ने हंगामा शुरू कर दिया और जीत का दावा किया .
बैगा समाज के लोगों और कांग्रेसियोें ने किया प्रदर्शन: कांग्रेस प्रत्याशी के समर्धन में बैगा समाज के लोगों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर हंगामा किया. हंगामे के बाद बड़ी संख्या में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थक, बैगा आदिवासी समाज लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए. लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर दोबारा मतगणना की मांग की है. सभी जगनी कामू बैगा की हार से निराश हैं.
बैगा समाज का आरोप: बैगा समाज ने इस दौरान गंभीर आरोप लगाए हैं. बैगा समाज की तरफ से कहा गया है कि कांग्रेस ने पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 से जगनी कामू बैगा को प्रत्याशी बनाया है. बैगा आदिवासी समाज ने अपने गांव की बेटी को जगनी कामू बैगा को भरपूर समर्थन दिया. उन्होंने 800 वोटों से जीत दर्ज की. इसके बाद बीजेपी के दवाब में जिला निर्वाचन अधिकारी ने जगनी कामू बैगा को हारा हुआ बता दिया. बीजेपी के समर्थित प्रत्याशी को 74 वोट से विजयी बता दिया और प्रमाण पत्र जारी कर दिया.
हम मांग करते हैं की निर्वाचन आयोग दोबारा मतगणना करे और पीठासीन अधिकारी को निलंबित करें. जब तक प्रशासन रिकाउंटिंग नहीं करता है या हमें रिकाउंटिंग का आश्वासन नहीं देता है तब तक हम कलेक्टर कार्यालय के बहार प्रदर्शन करते करेंगे-होरीराम साहू , जिलाध्यक्ष कांग्रेस पार्टी कवर्धा
क्या है पूरा मुद्दा?: कबीरधाम जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 06 से कांग्रेस ने जगनी कामू बैगा को अपना प्रत्याशी बनाया था. भाजपा ने ललिता रुपसिंह धुर्वे को प्रत्याशी बनाया था. 20 फरवरी को रिजल्ट आया. उसके बाद 21 फरवरी को कांग्रेस प्रत्याशी ने 800 वोट से जीत का दावा किया. बीजेपी प्रत्याशी ने 74 वोट से जीत का दावा किया. दोनों ने जश्न भी मना लिया. रविवार को जब जिला निर्वाचन कार्यालय से जीत का प्रमाण पत्र दिया गया तब भाजपा अधिकृत प्रत्याशी ललिता रुपसिंह धुर्वे को विजयी घोषित कर प्रमाण पत्र सौंपा गया. इसके बाद से ही हंगामा शुरू हो गया.