कवर्धा : छत्तीसगढ़ में सावन के पवित्र महीने में शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ती है. कवर्धा जिले के भोरमदेव में भी सावन के महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है.लिहाजा इसकी तैयारियों में जिला प्रशासन जुट चुका है. सावन के पहले सोमवार बूढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक 18 किलोमीटर की पदयात्रा श्रद्धालु करते हैं.जिसकी तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने मंदिर ट्रस्ट, बुद्धिजीवियों और जनप्रतिनिधियों से सुझाव मांगा है.
सुझाव लेकर अफसरों को दिए दिशा निर्देश : बैठक में कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कार्यक्रम को और बेहतर बनाने के लिए सभी से एक-एक करके सुझाव लिए. इस दौरान कलेक्टर ने पदयात्रियों के लिए जगह-जगह चिकित्सकिय सुविधा, पानी, शरबत, बैठने की व्यवस्था और यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के सुझाव लेकर संबंधित अफसरों से निर्देश दिए.कलेक्टर ने भोरमदेव मंदिर स्थल और पदयात्रा मार्ग का निरिक्षण किया.
सावन के पहले सोमवार को निकलेगी पदयात्रा : कलेक्टर जनमेजय मोहबे ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सावन के पहले सोमवार 22 जुलाई को पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है. पदयात्रा सुबह 07 बजे कवर्धा नगर के स्थित बूढ़ा महादेव मंदिर से प्रस्थान करेगी. जिसमें जिला प्रशासन के सभी अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि और आम श्रद्धालु शामिल होंगे.
''कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारी की जा चुकी है. यात्रा के दिन रास्ते में पड़ने वाले सभी ग्राम पंचायतों में श्रद्धालुओं के लिए विश्राम भवन बनाया गया है. साथ ही जगह-जगह डॉक्टर, पेयजल और नाश्ते की व्यवस्था की गई है.''- जनमेजय महोबे, कलेक्टर
कलेक्टर ने जानकारी दी कि पहले सोमवार के अलावा सावन के पूरे महीने प्रत्येक सोमवार को बाइक और कार में भोरमदेव मंदिर जाने के लिए अलग ट्रैफिक व्यवस्था की जाएगी.ताकि पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो.