कौशांबी : कोखराज थाना क्षेत्र में 20 सितंबर को महिला के साथ गैंगरेप की वारदात प्रकाश में आई थी. इस मामले में प्रथमदृष्ट्या पुलिस की भूमिका लापरवाही भरी रही. मुकदमा दर्ज करने से लेकर आरोपियों पर कार्रवाई करने में पुलिस लापरवाही बरतती रही. यह मामला संज्ञान में आने पर एसपी ने एक्शन लिया. एसपी ने सीओ की रिपोर्ट के आधार पर चार सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया. साथ ही थानाध्यक्ष को जल्द से जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
बता दें, 20 सितंबर को कोखराज थाना क्षेत्र की एक महिला को अगवाकर सैनी कोतवाली क्षेत्र के गांव में चार युवकों द्वारा गैंग रेप किया गया. पीड़ित महिला चारों युवक की चंगुल से छूटी तो मामले की शिकायत लेकर सैनी थाने पहुंची. आरोप है कि थानाध्यक्ष ने इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की. इसके बाद पीड़िता ने एसपी कौशांबी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के पास पहुंची. एसपी कौशांबी ने मामले में सैनी थाने के थानाध्यक्ष को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे. साथ ही जांच सीओ सिराथू सौंपी.
सीओ सिराथू की जांच में शहजादपुर में तैनात सिपाही नवनीत कुमार, आशुतोष सिंह, अत्रिय कुमार व विकास कुमार की निष्क्रियता पाई गई. साथ ही सीओ ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बावजूद भी चारों सिपाही मामले में निष्क्रियता दिखा रहे थे. इस पर एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने शहजादपुर चौकी में तैनात सिपाही नवनीत कुमार, आशुतोष सिंह, अत्रिय कुमार व विकास कुमार को लाइन हाजिर कर दिया. एसपी की कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
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