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गृहप्रवेश के दौरान सीएम की पत्नी कौशल्या साय ने पॉलिटिक्स पर कही बड़ी बात - Vishnudeo Sai Wife speech

Cm Vishnudeo Sai griha pravesh: विष्णुदेव साय ने बुधवार को सीएम आवास में प्रवेश किया. इस दौरान सीएम साय की पत्नी कौशल्या साय ने जोरदार भाषण दिया. उन्होंने अपने पूरे भाषण में सियासत से जुड़ी कई बारीकियों को समझाया.

Kaushalya Sai speech
सीएम साय की पत्नी का भाषण
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 13, 2024, 10:53 PM IST

विष्णुदेव साय ने किया सीएम आवास में प्रवेश

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बुधवार को सीएम हाउस में गृहप्रवेश किया. इस दौरान सीएम की पत्नी कौशल्या साय ने जोरदार भाषण दिया. उन्होंने न सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की कई बारीकियों को लोगों के बीच रखा बल्कि सियासी समस्याओं और परेशानियों से कैसे निपटा जाए, इसकी भी जानकारी दी. उन्होंने सभी लोगों को सभी जाति,धर्म,समुदाय का आदर करने की भी बात कही. कौशल्या साय ने कहा कि मेरा काम था घर में सज संवरकर बैठी रहूं, लेकिन मैं कौशल्या साय ऐसी नही हूं.

ऐसा ही था रामराज: कौशल्या साय ने कहा कि, "लोग कहते हैं कि पहले रामराज कैसा था? अभी मेरे नजरों और विचारों से देखेंगे और समझेंगे तो रामराज ऐसा ही था. सुख-दुख जीवन के दो अहम पहलू हैं. हम दुख परेशानियों को ज्यादा गले लगाते हैं. उन्हें ढूंढ-ढूंढ कर लाते हैं. उस पर आंसू बहाते हैं और शिकायत करते रहते हैं. यदि आप सभी शिकायतों को बंद कर दें. परेशानियों को छोड़ दें तो वह भी एक प्रति छाया और स्वरूप है. यदि आप चाहेंगे, उसे पीछे रखना तो वह भी पीछे रहेगा."

मैं सभी धर्म का करती हूं आदर: कौशल्या शाह ने कहा कि, "मैंने संतों का सदा आदर किया. अपने धर्म का सम्मान किया. जब मंच पर यह कहा जाता था कि चाची जी, दीदी जी, भाभी जी आप धर्म पर मत बोलिएगा. मैं आदिवासी महिला हूं, मैं अकेले लड़ती रही कि धर्म है तो मैं हूं, राम हैं तो मैं हूं, शिव हैं तो मैं हूं, देव हैं तो मैं हूं, मैं क्यों डरूं किसी से. यदि मेरा जन्म जिस काम को लेकर हुआ है, उसका पालन करना ही पड़ेगा. मैंने हर मंच पर बोला. मैंने किसी का निरादर नहीं किया है. मैंने धर्म का सम्मान किया और मैंने कहा कि मैं एक आदिवासी महिला हूं. मुझे गर्व अपनी जाति पर, समाज पर और अपने धर्म पर है. उस धर्म के नाते मैं हर मंच पर बोलती रही. यदि मैं अपने समाज का सुनती जो मुख्यमंत्री की कुर्सी साय जी को मिली है और आज आप यहां पर आमंत्रित हैं, शायद यह पल नहीं होता."

मैं अपने घर शुरू करती हूं राजनीति: कौशल्या साय ने कहा कि, "राजनीति मैं अपने घर से शुरू करती हूं क्योंकि घर के अंदर भी एक प्रधानमंत्री होता है, एक मुख्यमंत्री होता है, एक राज्यपाल और राष्ट्रपति होता है और समस्त पदाधिकारी होते हैं. तब घर के अंदर का सुशासन अच्छा चलता है. मोदी जी की वजह से आज हम रामराज में हैं. जितने भी भारत देश के अंदर देवस्थान है, वह सब आज चकाचक चमकने लगे हैं. हर हर मोदी घर-घर मोदी. "

बता दें कि सीएम साय की पत्नी के पूरे भाषण को लोगों ने गौर से सुना. बीच-बीच में हंसी ठहाके भी चले. अपने पूरे भाषण में कौशल्या साय ने सियासत के सारे गुण का बखान किया.

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ऐसा ही था रामराज: कौशल्या साय ने कहा कि, "लोग कहते हैं कि पहले रामराज कैसा था? अभी मेरे नजरों और विचारों से देखेंगे और समझेंगे तो रामराज ऐसा ही था. सुख-दुख जीवन के दो अहम पहलू हैं. हम दुख परेशानियों को ज्यादा गले लगाते हैं. उन्हें ढूंढ-ढूंढ कर लाते हैं. उस पर आंसू बहाते हैं और शिकायत करते रहते हैं. यदि आप सभी शिकायतों को बंद कर दें. परेशानियों को छोड़ दें तो वह भी एक प्रति छाया और स्वरूप है. यदि आप चाहेंगे, उसे पीछे रखना तो वह भी पीछे रहेगा."

मैं सभी धर्म का करती हूं आदर: कौशल्या शाह ने कहा कि, "मैंने संतों का सदा आदर किया. अपने धर्म का सम्मान किया. जब मंच पर यह कहा जाता था कि चाची जी, दीदी जी, भाभी जी आप धर्म पर मत बोलिएगा. मैं आदिवासी महिला हूं, मैं अकेले लड़ती रही कि धर्म है तो मैं हूं, राम हैं तो मैं हूं, शिव हैं तो मैं हूं, देव हैं तो मैं हूं, मैं क्यों डरूं किसी से. यदि मेरा जन्म जिस काम को लेकर हुआ है, उसका पालन करना ही पड़ेगा. मैंने हर मंच पर बोला. मैंने किसी का निरादर नहीं किया है. मैंने धर्म का सम्मान किया और मैंने कहा कि मैं एक आदिवासी महिला हूं. मुझे गर्व अपनी जाति पर, समाज पर और अपने धर्म पर है. उस धर्म के नाते मैं हर मंच पर बोलती रही. यदि मैं अपने समाज का सुनती जो मुख्यमंत्री की कुर्सी साय जी को मिली है और आज आप यहां पर आमंत्रित हैं, शायद यह पल नहीं होता."

मैं अपने घर शुरू करती हूं राजनीति: कौशल्या साय ने कहा कि, "राजनीति मैं अपने घर से शुरू करती हूं क्योंकि घर के अंदर भी एक प्रधानमंत्री होता है, एक मुख्यमंत्री होता है, एक राज्यपाल और राष्ट्रपति होता है और समस्त पदाधिकारी होते हैं. तब घर के अंदर का सुशासन अच्छा चलता है. मोदी जी की वजह से आज हम रामराज में हैं. जितने भी भारत देश के अंदर देवस्थान है, वह सब आज चकाचक चमकने लगे हैं. हर हर मोदी घर-घर मोदी. "

बता दें कि सीएम साय की पत्नी के पूरे भाषण को लोगों ने गौर से सुना. बीच-बीच में हंसी ठहाके भी चले. अपने पूरे भाषण में कौशल्या साय ने सियासत के सारे गुण का बखान किया.

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