वाराणसी : 22 जुलाई से सावन की शुरुआत हो रही है. सावन के पवित्र महीने में भोलेनाथ के भक्तों का काशी आगमन बड़ी संख्या में होता है. इस बार भी बाबा विश्वनाथ के मंदिर में दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों की संख्या एक महीने में डेढ़ करोड़ से ज्यादा होने का अनुमान है. बाबा विश्वनाथ के मंदिर में सावन के पांच सोमवार को अकेले 50 लाख भक्तों के आने की उम्मीद जताई जा रही है. जिसे लेकर तैयारियां भी की जा रही है. किसी कारणवश बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने नहीं आ पा रहे तो ऑफिसियल वेब साइट www.shrikashivishwantah.org पर जा कर बुकिंग कर सकते हैं.
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि सावन पर इस बार मंदिर में भक्तों की संख्या एक से डेढ़ करोड़ रहने का अनुमान लगाया गया है. 22 जुलाई से 19 अगस्त तक पांच सोमवार पड़ेंगे. जिसमें पहला सावन का दिन सोमवार और अंतिम दिन भी सोमवार से ही होगा. काशी विश्वनाथ धाम का पूरा क्षेत्रफल लगभग 5 लाख वर्ग फीट में फैला हुआ है. इसमें मुख्य प्रवेश द्वार में ढूंढी राज गणेश, सरस्वती फाटक, विश्वनाथ द्वार, गंगा द्वार और नवीन द्वार जो नंदू फरिया गेट से एंट्री पॉइंट के रूप में आम लोकल लोगों के लिए विकसित किया जा रहा है.
श्री काशी विश्वनाथ धाम में मुख्य मंदिर परिसर का क्षेत्रफल 30 हजार वर्ग फीट है. श्रावण महीने में धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगभग एक करोड़ 63 लाख थी, अधिक मास के आठ सोमवार सहित दो माह की अवधि में कितने लोगों ने यहां पर पिछले सावन के दौरान दर्शन किया था और क्योंकि इस बार भी पांच सोमवार पड़ रहे हैं. इसलिए हम मान रहे हैं कि लगभग यह संख्या 1 महीने में एक से डेढ़ करोड़ तक पहुंच सकती है.
विश्व भूषण मिश्रा के मुताबिक बाबा विश्वनाथ धाम में सुरक्षा की दृष्टि से भी तैयारियां मुकम्मल की गई हैं. बाबा विश्वनाथ के लगभग 5 लाख एकड़ के धाम को 350 से ज्यादा कैमरों से लैस किया जा रहा है. इसके अलावा पीने के पानी की व्यवस्था के साथ 6 बड़ी स्क्रीन लगाई जा रही हैं. इससे भक्त हर जगह से बाबा विश्वनाथ का लाइव दर्शन कर सकेंगे.
भक्तों को कहीं भी बैठकर दर्शन की सुविधा उपलब्ध करवाएगी. इसके लिए www.shrikashivishwanath.org और यूट्यूब पर भी विश्वनाथ मंदिर के अधिकृत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पेज पर विश्वनाथ मंदिर में पूजा पाठ और लाइव दर्शन का फायदा उठाया जा सकता है. मंदिर के कंट्रोल रूम में पिनाक भवन से निगरानी की व्यवस्था की गई है. श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन हो सकें इसके लिए गंगा द्वार, ढुंढीराज पॉइंट और गेट नंबर 4 यानी छत्ताद्वार से भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा.
बता दें, शिवमय काशी सावन में अलग ही रंग में दिखती है. श्रावण माह के सभी सोमवार को बाबा अपने विभिन्न स्वरूपों में दर्शन देते हैं. प्रत्येक सोमवार को उनके अलग-अलग स्वरूपों गौरी शंकर, अर्धनारीश्वर, बाबा का परिवार माता पार्वती, कार्तिकेय और गणेश का शृंगार किया जाता है. इसके अलावा बाबा का रुद्राक्ष शृंगार व श्रावण पूर्णिमा वार्षिक झूला शृंगार भी किया जाता है.