अलवर. देश को गौरव महसूस करवाने वाला पल कारगिल विजय दिवस के अपलक्ष में तीन दिवसीय कार्यक्रम अलवर शहर के इटरराना मिलिट्री छावनी में मनाया जा रहा है. पहले दिन कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष में सेना के जवान गुजरात से बाइक रैली लेकर अलवर पहुंचे. यहां सेना के कमांडेंट मिलिंद व्यास की ओर से छावनी में उनका सम्मान किया. इसके साथ ही कमांडेंट की ओर से कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों की वीरांगनाओं को भी सम्मानित किया गया. इस मौके पर कारगिल युद्ध में शामिल हुए सेना के अन्य रिटायर्ड जवान व अफसर भी मौजूद रहे. यह आयोजन अलवर छावनी में भारतीय सेना की ओर से 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित किया गया.
शहीदों की वीरांगनाओं का सम्मान किया: कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में रिटायर्ड सैनिक अमरचंद फौजी ने बताया कि कारगिल विजय दिवस पर गुजरात की टीम बाइक से अलवर पहुंची. यहां से उन्हें रेवाड़ी के लिए रवाना किया जाएगा. रेवाड़ी के बाद जवानों की यह रैली दिल्ली पहुंचेगी. सेना की बाइकर्स रैली करगिल के दराज सेक्टर तक जाएगी. उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध पर विजय एक गौरवमई पल था, जिस पर देश के हर नागरिक को गर्व महसूस होता है. इस अवसर पर शहीदों की वीरांगनाओं का सम्मान किया गया. सेना की ओर से आज भी रिटायर्ड व शहीद जवानों को याद रखा जाता है, जिसे देखकर गर्व महसूस होता है. इसके चलते ही सेना में ड्यूटी के बाद जवानों का सेवा भाव आज भी जागरूक रहता है.
सेना में अनुशासन सबसे अहम : अमरचंद फौजी ने कहा कि सेना की ओर से आयोजित किए जाने वाले ऐसे कार्यक्रम से जवानों को हौसला बुलंद रहता है. कारगिल की लड़ाई मे भारतीय सेना के जवानों का बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता. फिल्मों में जो लोग देखते हैं, उससे कई गुना कठिन काम सेना के जवानों को सतह पर मौजूद रहकर करना पड़ता है. सेना में अनुशासन सबसे अहम रहता है, जिसका पालन सभी जवानों को करना पड़ता है, इसीलिए आज भारतीय सेना विश्व में सर्वश्रेष्ठ है.
गुजरात से बाइक रैली लेकर अलवर पहुंचे : रिटायर्ड सैनिक अमरचंद फौजी ने बताया कि अलवर में आयोजित इस कार्यक्रम में तीन राज्य आर्म्ड स्क्वाड्रन के एनसीसी कैडेट, अलवर जिले और आसपास के क्षेत्र के भूतपूर्व सैनिक और उनके परिवार ने उत्साह पूर्वक भाग लिया. उन्होंने बताया कि गुजरात से आए बाइकर्स ने अलवर के शहीद स्मारक पर जाकर अलवर के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. रिटायर्ड सैनिक अमरचंद फौजी ने बताया कि पहले दिन सेना के जवान गुजरात से बाइक रैली लेकर अलवर पहुंचे, वहीं दूसरे दिन रविवार को धनुष्कोडी (दक्षिण) से जवान बाइक रैली लेकर अलवर आएंगे. यहां अलवर छावनी में इनका स्वागत किया जाएगा.