हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार कांवड़ मेले में रामलला का क्रेज देखने को मिल रहा है. कांवड़िये राम मंदिर की कांवड़ बनाकर अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना हो रहे हैं. कुछ कांवड़ियों ने महादेव की कांवड़ को ही रामलला के स्वरूप में बनाया है. कांवड़ियों ने बताया लंबे संघर्ष के बाद हमें राम जन्मभूमि मिली है. अब रामलला राम मंदिर में विराजमान हो गए हैं. हमारा मन है कि हम भी अपने स्थान पर रामलाल जैसे महादेव लेकर जाएं, इसलिए हमने यह कांवड़ बनाई है.
भारी संख्या में कांवड़ियों के पहुंचने की उम्मीद: बता दें कांवड़ मेला अपने चरम पर पहुंच गया है. पंचक खत्म हो गए हैं. पंचक खत्म होते ही भारी संख्या में शिव भक्त धर्मनगरी पहुंचते हैं. अभी तक 20 लाख से अधिक कांवड़िये हरिद्वार से गंगाजल भरकर अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए हैं. पिछली साल चार करोड़ से अधिक कांवरिया हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए थे. ऐसे में प्रशासन का अनुमान है कि इस साल कांवरियों की संख्या 5 करोड़ के पार पहुंचेगी, जिससे पिछली साल का रिकॉड टूटेगा.
आकर्षण का केंद्र बनी भोले की कांवड़: कांवड़ मेल 2024 में आकर्षण का केंद्र बनी बोले की कांवड़ को लेने वालों की कतार बनी हुई है. इसको लेकर जाते हुए कांवड़ियों को देख हर कोई दंग रह जा रहा है. कांवड़ियों द्वारा कंधे पर बिठाकर भोले को अपने-अपने गंतव्य की ओर ले जाया जा रहा है.
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