मंडला : 3 महीने के लंबे अंतराल के बाद एक अक्टूबर से राष्ट्रीय पार्क खुल गए हैं. मंडला के कान्हा नेशनल पार्क के खुलने का इंतजार बहुत से टूरिस्ट कर रहे थे और जैसे ही पार्क के गेट खुले तो पहले से बुकिंग करवा कर आए टूरिस्ट पार्क के कोर एरिया की तरफ बढ़े. पहले दिन पहुंचे टूरिस्ट का स्वागत करने के लिए पार्क के तमाम अधिकारी गेट पर ही थे और टूरिस्ट गाड़ियों का सभी ने गर्मजोशी से स्वागत किया. आज पहले ही दिन कोर एरिया में 85 टूरिस्ट वाहन सफारी करने के लिए गए.
नेशनल पार्क्स में बढ़ेगी पर्यटकों की भीड़
पार्क के डायरेक्टर एसके सिंह ने कहा, '' यह बहुत अच्छी शुरुआत है और आने वाले दिनों में दशहरे की छुट्टियां पड़ेंगी तब पार्क में अभी से भी ज्यादा पर्यटक होंगे. बरसात में 3 महीने के लिए नेशनल पार्क बंद रहते हैं क्योंकि यह जंगली जानवरों का ब्रीडिंग सीजन माना जाता है इस दौरान जंगली जानवर ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं. इसलिए बरसात के समय टाइगर रिजर्व बंद कर दिए जाते हैं.''
पार्क में अब भी कई जगह पानी
कान्हा टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर एसके सिंह का कहना है कि इस साल बहुत अधिक बारिश हुई है. इस वजह से जंगल की रोड में भी बहुत अधिक खराब हो गई है इनमें अभी भी पानी है. इसलिए पार्क के अंदर जाने वाले पर्यटकों को थोड़ी असुविधा हो सकती है.
ग्रामीणों के लिए जागरुकता अभियान
कान्हा टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर ने आगे कहा, '' टाइगर रिजर्व के आसपास रहने वाले लोग जंगली जानवरों के बीच में रहते हैं इसलिए जंगली जानवरों के साथ कैसे रहना है यह एक बड़ी चुनौती है. इसी वजह से पार्क प्रबंधन 1 तारीख से लेकर 7 तारीख तक वन्य प्राणी सप्ताह मानती है. इस दौरान आसपास के गांव में स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं. एसके सिंह का कहना है कि आने वाले 7 दिनों तक कान्हा टाइगर रिजर्व के आसपास के गांव में हर स्कूल और पंचायत में यह सप्ताह मनाया जाएगा. यह टाइगर रिजर्व के पास रहने वाले लोगों और वन्यजीवों के लिए जरूरी है.''
टाइगर रिजर्व से जुड़ी अन्य खबरें - |
बांधवगढ़, पेंच और पन्ना भी पहुंचे पर्यटक
3 महीने के बाद 1 अक्टूबर को सभी राष्ट्रीय उद्यानों के गेट पर्यटकों के लिए खोल दिये गए हैं. जिसके बाद पेंच, पन्ना और बांधवगढ़ में भी सफारी शुरू हो गई है. बांधवगढ़ के मगधी और ताला और खितौली में सबसे ज्यादा बाघ देखे जाते हैं. वहीं पेंच के कोर क्षेत्र टुरिया, कर्माझिरी और जमतरा में पहले ही दिन पर्यटकों को बाघ का दीदार हुआ. इसी तरह पन्ना में भी पहले दिन पर्यटकों को पांच बाघ देखने मिले.