नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिमाचल प्रदेश के मंडी से BJP सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत ने कृषि कानूनों को लेकर दिए बयान पर माफी मांग ली है. कंगना ने कहा कि यदि मैंने अपने बयान से किसी को डिसअपॉइंट किया हो तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं. बीजेपी ने भी उनके इस बयान से किनारा कर लिया है. वहीं, गाजियाबाद के लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर कंगना के समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी द्वारा लाए गए तीनों बिल किसानों के हित में थे.
नंदकिशोर गुर्जर ने कहा, "मोदी सरकार में किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं भी शुरू की है. जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना. किसानों के खाते में सम्मान निधि पहुंच रही है. किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने तीन कृषि कानून लाए थे, लेकिन किसानों की मांग के सामने सरकार को झुकना पड़ा.
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क्या है पूरा मामला?: 23 सितंबर को कंगना मंडी जिले के ख्योड़ में जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के समापन समारोह में पहुंची थी. यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने तीनों रद्द किए गए कृषि कानूनों पर बात की. कंगना ने कहा कि किसानों को खुद ये कानून लागू करने की मांग करनी चाहिए. कंगना का ये बयान सामने आने के बाद विपक्ष उन पर हमलावर हो गया. एक के बाद एक कई विपक्षी नेताओं ने कंगना के इस बयान पर निशाना साधते हुए भाजपा सरकार को घेरा.