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कंगना के रेस्टोरेंट के menu में क्या है खास? जानें कैसे पहुंचे 'The Mountain Story' - KANGANA RANAUT RESTAURANT

कंगना रनौत ने मनाली में 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे खोला है. जिसमें हर तरह के व्यंजन परोसे जाते हैं.

The Mountain Story Cafe
'द माउंटेन स्टोरी' कैफे (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 16, 2025, 2:36 PM IST

Updated : Feb 17, 2025, 12:26 PM IST

कुल्लू: बॉलीबुड अभिनेत्री एवं मंडी की सांसद कंगना रनौत ने मनाली की खूबसूरत वादियों के बीच में 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे खोला है. जिसकी शुरूआत 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के दिन की गई. 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली के प्रीणी में स्थित है. इस कैफे के मैन्यू में देश-विदेश के व्यंजनों के साथ-साथ पहाड़ी व्यंजन भी परोसे जा रहे हैं. यहां पर ग्राहकों को खूबसूरत वादियों के बीच विभिन्न तरह के व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा.

पहाड़ी स्टाइल में बना है कैफे

वहीं, इस कैफे की खास बात ये है कि इसे पहाड़ी शैली यानी की काठकुणी शैली में बनाया गया है. यहां का स्टाफ भी पारंपरिक परिधान में नजर आ रहा है और पहाड़ी स्टाइल में ग्राहकों को खाना परोसा जा रहा है. 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे को कंगना रनौत ने पहाड़ी स्टाइल में तैयार किया है. मनाली की वादियों के बीच बना ये कैफे लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है. वहीं, इस कैफे का नाम भी लोगों को बेहद आकर्षक लग रहा है, जो पहाड़ों की कई कहानियों को अपने आप में समेटे हुए हो.

द माउंटेन स्टोरी कैफे (ETV Bharat)

कैफे में क्या है खास?

वहीं, कैफे में आए ग्राहकों का कहना है कि 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे में उनका अनुभव काफी बढ़िया रहा. यहां पर उन्हें देश-विदेश के व्यंजनों के साथ पांरपरिक पहाड़ी व्यंजन भी चखने को मिले. कंगना रनौत ने कहा कि वह चाहती हैं कि जो स्वाद उन्हें इटली के पिज्जा में और अमेरिका के बर्गर पर मिलता है, वही स्वाद 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे में ग्राहकों को दिया जाए. इसके अलावा पहाड़ी व्यंजन भी यहां मेहमानों को परोसे जाएंगे, ताकि मनाली आने वाले लोग पहाड़ी खानपान से रूबरू हो पाएंगे.

The Mountain Story Cafe
द माउंटेन स्टोरी कैफे का मेन्यू (ETV Bharat)

मेन्यू में पहाड़ी व्यंजन

कंगना ने अपने रेस्टोरेंट के मेन्यू में विदेशी व्यंजनों के साथ पहाड़ी व्यंजनों को भी खास जगह दी है. कैफे के मेन्यू के मुताबिक यहां पर फेमस पहाड़ी डिश सिड्डू 260 रुपए में, पहाड़ी वेज थाली 680 रुपए में और पहाड़ी नॉन वेज थाली 850 रुपए में मिलेगी. पहाड़ी थाली में मंडयाली धाम परोसी जाएगी. इसके अलावा यहां 250 रुपए में स्टफ तंदूरी आलू पराठा, 280 रुपए में मिक्स वेज तवा पराठा, 230 रुपए में आलू पूरी, 160 रुपए में मुंबई पोहा, 180 रुपए में मुंबई वड़ा पाव, 120 रुपए की पकोड़े की प्लेट, 180 रुपए में स्ट्रीट स्टाइल नूडल्स और 35 रुपए की शूटिंग कटिंग चाय आदि.

कंगना के बचपन का सपना

एक साक्षात्कार में सांसद कंगना रनौत ने कहा था कि ये उनका बचपन का सपना था और मां के हाथ से बना हुआ खाना भी उन्हें काफी याद आता था. ऐसे में अब कैफे के जरिए उन्होंने सभी को लजीज व्यंजन परोसने का काम शुरू किया है. 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे के जरिए मनाली के टूरिज्म को भी बूस्ट मिलेगा. मनाली घूमने आए लोग अब न सिर्फ यहां की खूबसूरती का दिदार कर पाएंगे, बल्कि हिमाचल की संस्कृति और यहां का पारंपरिक खाने का भी स्वाद चखेंगे.

कैसे पहुंचे 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे ?

सांसद कंगना रनौत ने मनाली के प्रीणी गांव में 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे खोला है. यह गांव पर्यटन नगरी मनाली से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. सड़क मार्ग से टैक्सी या फिर बस के जरिए कैफे तक पहुंच सकते हैं. इसके अलावा वाया नग्गर होते हुए भी इस कैफे तक पहुंचा जा सकता है. प्रीणी गांव में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्ग अटल बिहारी वाजपेई का घर भी है और यह कैफे भी उस घर से 50 मीटर की दूरी पर स्थित है.

ये भी पढ़ें: मनाली में हुई कंगना के रेस्टोरेंट की ओपनिंग, 30 की चाय, 250 का परांठा, जानिए और क्या कुछ है खास

कुल्लू: बॉलीबुड अभिनेत्री एवं मंडी की सांसद कंगना रनौत ने मनाली की खूबसूरत वादियों के बीच में 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे खोला है. जिसकी शुरूआत 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के दिन की गई. 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली के प्रीणी में स्थित है. इस कैफे के मैन्यू में देश-विदेश के व्यंजनों के साथ-साथ पहाड़ी व्यंजन भी परोसे जा रहे हैं. यहां पर ग्राहकों को खूबसूरत वादियों के बीच विभिन्न तरह के व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा.

पहाड़ी स्टाइल में बना है कैफे

वहीं, इस कैफे की खास बात ये है कि इसे पहाड़ी शैली यानी की काठकुणी शैली में बनाया गया है. यहां का स्टाफ भी पारंपरिक परिधान में नजर आ रहा है और पहाड़ी स्टाइल में ग्राहकों को खाना परोसा जा रहा है. 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे को कंगना रनौत ने पहाड़ी स्टाइल में तैयार किया है. मनाली की वादियों के बीच बना ये कैफे लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है. वहीं, इस कैफे का नाम भी लोगों को बेहद आकर्षक लग रहा है, जो पहाड़ों की कई कहानियों को अपने आप में समेटे हुए हो.

द माउंटेन स्टोरी कैफे (ETV Bharat)

कैफे में क्या है खास?

वहीं, कैफे में आए ग्राहकों का कहना है कि 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे में उनका अनुभव काफी बढ़िया रहा. यहां पर उन्हें देश-विदेश के व्यंजनों के साथ पांरपरिक पहाड़ी व्यंजन भी चखने को मिले. कंगना रनौत ने कहा कि वह चाहती हैं कि जो स्वाद उन्हें इटली के पिज्जा में और अमेरिका के बर्गर पर मिलता है, वही स्वाद 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे में ग्राहकों को दिया जाए. इसके अलावा पहाड़ी व्यंजन भी यहां मेहमानों को परोसे जाएंगे, ताकि मनाली आने वाले लोग पहाड़ी खानपान से रूबरू हो पाएंगे.

The Mountain Story Cafe
द माउंटेन स्टोरी कैफे का मेन्यू (ETV Bharat)

मेन्यू में पहाड़ी व्यंजन

कंगना ने अपने रेस्टोरेंट के मेन्यू में विदेशी व्यंजनों के साथ पहाड़ी व्यंजनों को भी खास जगह दी है. कैफे के मेन्यू के मुताबिक यहां पर फेमस पहाड़ी डिश सिड्डू 260 रुपए में, पहाड़ी वेज थाली 680 रुपए में और पहाड़ी नॉन वेज थाली 850 रुपए में मिलेगी. पहाड़ी थाली में मंडयाली धाम परोसी जाएगी. इसके अलावा यहां 250 रुपए में स्टफ तंदूरी आलू पराठा, 280 रुपए में मिक्स वेज तवा पराठा, 230 रुपए में आलू पूरी, 160 रुपए में मुंबई पोहा, 180 रुपए में मुंबई वड़ा पाव, 120 रुपए की पकोड़े की प्लेट, 180 रुपए में स्ट्रीट स्टाइल नूडल्स और 35 रुपए की शूटिंग कटिंग चाय आदि.

कंगना के बचपन का सपना

एक साक्षात्कार में सांसद कंगना रनौत ने कहा था कि ये उनका बचपन का सपना था और मां के हाथ से बना हुआ खाना भी उन्हें काफी याद आता था. ऐसे में अब कैफे के जरिए उन्होंने सभी को लजीज व्यंजन परोसने का काम शुरू किया है. 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे के जरिए मनाली के टूरिज्म को भी बूस्ट मिलेगा. मनाली घूमने आए लोग अब न सिर्फ यहां की खूबसूरती का दिदार कर पाएंगे, बल्कि हिमाचल की संस्कृति और यहां का पारंपरिक खाने का भी स्वाद चखेंगे.

कैसे पहुंचे 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे ?

सांसद कंगना रनौत ने मनाली के प्रीणी गांव में 'द माउंटेन स्टोरी' कैफे खोला है. यह गांव पर्यटन नगरी मनाली से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. सड़क मार्ग से टैक्सी या फिर बस के जरिए कैफे तक पहुंच सकते हैं. इसके अलावा वाया नग्गर होते हुए भी इस कैफे तक पहुंचा जा सकता है. प्रीणी गांव में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्ग अटल बिहारी वाजपेई का घर भी है और यह कैफे भी उस घर से 50 मीटर की दूरी पर स्थित है.

ये भी पढ़ें: मनाली में हुई कंगना के रेस्टोरेंट की ओपनिंग, 30 की चाय, 250 का परांठा, जानिए और क्या कुछ है खास
Last Updated : Feb 17, 2025, 12:26 PM IST
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