लखनऊ: कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में बीते एक साल में कैंसर के 81 फीसदी मामले बढ़ गए हैं. केजीएमयू, लोहिया संस्थान में भी कैंसर मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी जारी है. कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान को उत्तर भारत के सबसे बड़े कैंसर संस्थान के रूप में विकसित करने की मंशा से शुरू किया गया है. 80 एकड़ में फैले संस्थान को 1200 बेड की क्षमता के रूप में विकसित किया जाना है.
अभी यहां करीब एक चौथाई क्षमता के हिसाब से ही भर्ती शुरू हो सकी है, लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वर्ष 2022 में यहां कैंसर के 3681 नए मरीज पंजीकृत हुए थे. वर्ष 2023 में इसमें 81 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई. यहां 6063 नए मरीज इलाज कराने पहुंचे. ऐसा नहीं है कि बाकी संस्थानों में जाने वाले मरीज यहां पहुंच रहे हैं. राजधानी के अन्य चिकित्सा संस्थानों में भी पहले से ज्यादा संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं.
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने वर्ष 2023 में रेडिएशन आंकोलॉजी विभाग की ओपीडी में 24,458 मरीजों को परामर्श दिया. इनमें से 6401 को भर्ती किया गया. वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 24,417 और 5,972 था. सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग में 2023 की ओपीडी में 26,187 मरीज देखे गए और 2,388 मरीज भर्ती हुए. इसी विभाग में वर्ष 2022 का आंकड़ा 25,888 और 2,599 रहा. मेडिकल आंकोलॉजी विभाग में वर्ष 2023 के दौरान 8,091 मरीज ओपीडी में देखे गए तथा 1,794 भर्ती हुए. वर्ष 2022 के दौरान ओपीडी मरीजों की संख्या 7,268 और भर्ती की 1,133 थी.
केजीएमयू में करीब 12 फीसदी बढ़े मरीज: केजीएमयू में कैंसर मरीजों के आने का सिलसिला जारी है. रेडियोथेरेपी और सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग में करीब 12 फीसदी मरीज बढ़े हैं. वर्ष 2022 2 के दौरान रेडियोथेरेपी में 6,282 और सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग में 2222 नए मरीज आए. साल 2023 में रेडियोथेरेपी में 7004 और सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग में 2500 नए मरीज पंजीकरण हुआ.
पीजीआई में कैंसर के मरीजों की संख्या में आई मामूली कमी: पीजीआई में सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग नहीं है. यहां कैंसर के सामान्य मरीजों के अलावा बाकी की सर्जरी नहीं होती है. यहां यूरोलॉजी और अन्य विभागों में सामान्य के साथ कैंसर के मरीजों की सर्जरी होती है. वर्ष 2022 के दौरान रेडियोथेरेपी विभाग में कैंसर के 2809, पैथालॉजी में 985, हिमेटोलॉजी में 725 और न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में 728 नए मरीज आए.
वर्ष 2023 के दौरान रेडियोथेरेपी में 2,642 और न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में 674 नए मरीज आए. अन्य विभागों का डाटा अभी कंपाइल नहीं हो सका है. कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला ने कहा कि कैंसर के मरीजों को विश्वस्तरीय सुविधा देने के बराबर प्रयास हो रहे हैं. हालांकि, इन मरीजों की संख्या बढ़ना चिंताजनक हैं. हमारा संस्थान मरीजों को अच्छे से अच्छा इलाज देता है.