रांची: झामुमो भाजपा और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ 21 अप्रैल को रांची में उलगुलान महारैली करने वाली है. इस रैली को ऐतिहासिक बनाने की पूरी जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने संभाल ली है. इसके लिए एक ओर जहां झामुमो के केंद्रीय कार्यालय में वे जिलावार पार्टी पदाधिकारियों की बैठक कर रही हैं और जिला झामुमो के अध्यक्ष, महासचिव और पार्टी पदाधिकारियों को उत्साहित करने के साथ-साथ उन्हें टास्क भी सौंप रही हैं. वहीं दूसरी ओर वे अपने सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बैठक भी कर रही हैं.
कल्पना सोरेन ने अपने आवास पर आज INDIA ब्लॉक के नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, सीपीआई माले के विधायक विनोद सिंह, राष्ट्रीय जनता दल की ओर से मंत्री सत्यानंद भोक्ता और प्रदेश महासचिव कैलाश यादव शामिल हुए. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय भी इस बैठक में मौजूद रहे.
21 अप्रैल को रांची के प्रभात तारा मैदान में होगी उलगुलान महारैली
झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल की 05 अप्रैल को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया था कि हेमन्त सोरेन को जेल भेजने, संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग करने, विपक्षी नेताओं को टारगेट करने, बढ़ती बेरोजगारी और कमरतोड़ महंगाई के खिलाफ झामुमो दिल्ली के रामलीला मैदान में हुए आम आदमी पार्टी की लोकतंत्र बचाओ महारैली की तरह रांची में उलगुलान रैली का आयोजन किया जाएगा. इस महारैली में INDIA ब्लॉक के देशभर के बड़े नेता को आमंत्रित किया जाएगा.
कल्पना सोरेन ने उलगुलान महारैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए सहयोगी दलों के नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा की. किन किन राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को न्योता देना है, प्रदेश स्तर के कौन कौन नेता आमंत्रित होंगे, कैसे पूरे आयोजन को एक सफल आयोजन बनाना है, इन तमाम मुद्दों पर कल्पना सोरेन ने कांग्रेस, राजद और सीपीआई माले के नेताओं के साथ चर्चा की है.
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