कानपुर: कालिंदी एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की साजिश के मामले में जांच एजेंसियों के हाथ फिलहाल खाली हैं, लेकिन ATS और NIA समेत पुलिस के कई आला अफसर इस पूरी घटना का पर्दाफाश करने में जुटे हुए हैं. इस बीच अब पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए घटना के दौरान एक्टिव मोबाइल नंबरों को खंगालना भी शुरू कर दिया है. पुलिस ने शिवराजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत व उसके आसपास स्थित 3 टावरों के 1 घंटे का डाटा जुटाया है, जिसमें पुलिस को करीब 50 हजार नंबर मिले हैं. इन सभी नंबरों का एक-एक करके सत्यापन शुरू कर दिया है.
8 नए संदिग्धों हिरासत में, पूछताछ: : शिवराजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुंडेरी गांव के आसपास से पुलिस ने एक बार फिर आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही पुलिस जांच के दायरे को बढ़ाते हुए उत्तरीपुरा के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है. अभी तक पुलिस करीब 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी है, हालांकि इससे कुछ अहम सुराग नहीं मिले हैं.
घटनास्थल से मिले पाउडर को जांच के लिए भेजा जाएगा फॉरेंसिक लैब: शिवराजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत 8 सितंबर को अनवरगंज-कासगंज रुट पर कालिंदी एक्सप्रेस के आगे सिलेंडर और पेट्रोल बम रखकर ट्रेन को पलटाने की साजिश की गई थी. इस मामले में डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह बताया कि मौके से मिले पाउडर (विस्फोटक) को जांच के लिए आगरा फॉरेंसिक के लिए भेजा जाएगा. वहीं, पेट्रोल वाली बोतल और सिलेंडर की फोटो आदि लखनऊ फॉरेंसिक लैब में भेजी जाएगी. बताया कि, घटनास्थल के आसपास स्थित सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने एकत्र किए हैं. वहीं अब तक करीब 28 संदिग्धों से पूछताछ की जा चुकी है. शनिवार को पुलिस ने 8 नए संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, उनसे पूछताछ की जा रही है. इस मामले में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि कालिंदी एक्सप्रेस, साबरमती एक्सप्रेस या अन्य अलग-अलग स्थान पर हुई घटनाओं में कोई समानता सामने नहीं आई है. पुलिस द्वारा रेलवे के अधिकारियों से भी जांच में मदद ली जा रही है. सभी बिंदुओं की बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है.
रेलवे ट्रैक की निगरानी करेंगे ट्रैक मित्र, देंगे रिपोर्ट: कानपुर में कालिंद्री एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की साजिश के बाद अब पुलिस और रेलवे प्रशासन ने रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए ट्रैक मित्र बनाकर उनकी मदद लेनी शुरू कर दी है. कन्नौज के आरपीएफ इंस्पेक्टर ने शनिवार को चौबेपुर से लेकर शिवराजपुर तक आसपास के गांव के लोगों को ट्रैक मित्र बनाकर यह जिम्मेदारी दी है. यह ट्रैक मित्र पटरियों के आसपास किसी भी तरह के संदिग्ध गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखेंगे और कुछ भी हलचल होने पर तत्काल इसकी सूचना देंगे.
रेलवे पुलिस ने चलाया चेकिंग अभियान: कालिंदी एक्सप्रेस हादसे के बाद से शनिवार को रेलवे पुलिस काफी ज्यादा एक्शन मोड़ में नजर आई. डिप्टी एसपी सुनीता सिंह ने 14 सदस्यीय बम निरोधक दस्ते के साथ सेंट्रल स्टेशन गोविंद नगर समेत रेलवे स्टेशनों पर चेकिंग अभियान चलाया. इसके साथ ही उन्होंने रेलवे कर्मियों को हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए कहा. साथ ही नियमित रूप से स्टेशनों पर चेकिंग व पेट्रोलिंग के निर्देश भी दिए.