रुद्रप्रयाग: उच्छाढुंगी न्याय पंचायत के कालई-चंद्रनगर मोटर मार्ग का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. कालई से चंद्रनगर के बीच निर्माण कार्य को अधूरा छोड़ दिया गया है. जिससे कालई गांव के लोग अभी भी 9 किलोमीटर की दूरी नाप रहे हैं. जिसे लेकर ग्रामीणों ने वन विभाग और पीएमजीएसवाई सिंचाई खंड जखोली की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई है. साथ ही सीएम धामी को ज्ञापन भेजकर अधूरे काम को पूरा कराने की मांग की है. साथ ही मांगें पूरी न होने पर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.
रुद्रप्रयाग के उच्छाढुंगी न्याय पंचायत के कालई गांव में करीब 350 लोग रहते हैं, लेकिन गांव तक सड़क का पूरा नहीं हो पाया है. कालई के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का निर्माण कार्य बंद होने से उन्हें चंद्रनगर आने के लिए 9 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है, जो कि सड़क बनने से मात्र एक किमी रह जाता है. अब उन्होंने मांग पूरी न होने पर चेतावनी दी है कि कालई गांव के 250 से ज्यादा मतदाता आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगे.
बता दें कि 3 साल पहले पीएमजीएसवाई जखोली ने जाबरी-मोली-कालई-चंद्रनगर मोटर मार्ग पर काम शुरू किया था. कालई तक सड़क का निर्माण भी पूरा हो चुका है. कालई से चंद्रनगर के बीच एक किमी सड़क के लिए वन भूमि पर पर पेड़ों का पातन भी कर दिया गया था, लेकिन 600 मीटर सड़क काटने के बाद अब वन विभाग ने यह कहकर सड़क का कार्य बंद करवा दिया है कि संरेखण सही नहीं है.
वन विभाग और पीएमजीएसवाई की कार्यप्रणाली से नाराज ग्रामीण: ग्रामीणों का कहना है कि अगर यहां संरेखण नहीं था तो पीएमजीएसवाई विभाग ने यहां खूंटी क्यों बनाई. साथ ही वन विभाग ने पेड़ों के पातन की स्वीकृति कैसे दी? ग्रामीण वन विभाग एवं पीएमजीएसवाई जखोली की कार्यप्रणाली से काफी नाराज हैं. ग्रामीणों का कहना है कि दूसरे गांवों के दबाव में आकर विभाग ने न केवल संरेखण बदल दिया, बल्कि इस दौरान ग्रामीणों को भी बरगलाते रहे कि काम चल रहा है.
एक किमी सड़क निर्माण की मांग कर रहे ग्रामीण: ग्रामीणों ने कहा कि अगर पूर्व में किए संरेखण पर सड़क निर्माण किया जाता तो कालई से चंद्रनगर मात्र एक किमी दूरी हो जाती, जो अब करीब 9 किलोमीटर की हो गई है. कालई के ग्रामीण काफी समय से इस एक किमी सड़क के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन विभाग कोई सुनवाई नहीं कर रहा है.
सीएम धामी को सौंप चुके ज्ञापन: ग्रामीणों ने बीती 28 जनवरी को सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के अगस्त्यमुनि आगमन पर इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा था. जिसके बाद पीएमजीएसवाई जखोली की ओर से ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया कि सड़क का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा. इसके लिए वन विभाग के साथ संयुक्त निरीक्षण भी किया जाएगा, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे ग्रामीण काफी नाराज हैं.
लोकसभा चुनाव में वोट न देने की चेतावनी: वहीं, ग्राम प्रधान मोली योगिता रावत, ग्रामीण रणवीर सिंह, रजनी देवी, गोपाल सिंह, कुंती देवी, रामदेई देवी, पार्वती देवी, नीमा देवी, विजया देवी ने कहा कि वन विभाग और पीएमजीएसवाई जखोली की ओर से ग्रामीणों को झूठा आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन अब ग्रामीण आर पार की लड़ाई लड़ेंगे. आंदोलन के साथ ही लोकसभा चुनाव में मतदान में हिस्सा नहीं लेंगे.
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