भोपाल। बीजेपी कार्यसमिति में शामिल होने पहुंचे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा राम मंदिर पर दिए गए बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि वे अपनी गिरवां में झांकें और असलियत को पहचाने. विपक्ष ने इन्हें तीन बार विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया. इसके बाद भी इनका अहंकार खत्म नहीं हो रहा. ये सनातन को गालियां दे रहे हैं. बीजेपी के सीनियर नेता जयभान सिंह पवैया ने कहा कि 'कांग्रेस सिर्फ दुष्प्रचार करती है. वह दुष्प्रचार कर रहे हैं कि हम अयोध्या सीट हार गए, जबकि हम फैजाबाद हारे, अयोध्या जीते हैं.'
सिंधिया बोले वे अपनी जमीन देख लें, फिर बोलें
भोपाल के रविन्द्र भवन में आयोजित बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान राहुल गांधी के सवाल पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि कई लोग ऐसे हैं, जो सपने देखने में अधीन होते हैं. जिस कांग्रेस पार्टी का 13 राज्यों में खाता ही नहीं खुला, शून्य पर है. ऐसे राज्य जहां कांग्रेस का बीजेपी से सीधा मुकाबला था, वहां उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 26 फीसदी रहा. जहां हार का सामना करना पड़ा है. जनादेश को स्वीकार न करते हुए असहिष्णुता का परिचय दे रहे हैं. सनातन धर्म को गालियां दे रहे हैं.
जनता ने इन्हें एक बार नहीं तीन बार विपक्ष में बैठने का आदेश दे दिया, इसके बाद भी इनका अहंकार देखिए. यह 2004, 2019 और 2024 इन तीनों चुनाव को मिलाकर कांग्रेस को जितने सीटें मिली हैं. उन सबको भी एक साथ जोड़ दें तो भी यह 249 सीटों तक नहीं पहुंचे, जो सिर्फ इस चुनाव में बीजेपी को सीटें मिली हैं. वे अपने गिरवां में झांकें देखें, असलियत पहचाने और जमीन जहां फिसली हैं, उसका आभास लें और फिर बोलें.
पवैया बोले कांग्रेस दुष्प्रचार फैला रही
जयभान सिंह पवैया ने कहा कि कांग्रेस का सबसे बड़ा असत्य यह है कि वे फैजाबाद सीट को अयोध्या बोलने लगे हैं. अयोध्या सीट हम डंके की चोट पर जीते हैं. फैजाबाद सीट वो दो जिलों को मिलाकर बनने वाली सीट है. वो सीट हम ढांचा गिरने के बाद भी हारे थे, राम शिला के बाद भी हारे थे. देश में यह नेरेटिव सेट करने की कोशिश की जा रही है कि हम अयोध्या सीट हार गए. मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि 'राहुल गांधी हद पार कर रहे हैं. हिंदू देवी देवताओं का अपमान करना उनकी पुरानी आदत है. अब उन्होंने राम मंदिर आंदोलन को लेकर हिंदुओं के आंदोलन पर प्रश्नचिन्ह लगाया है. यह नेहरु परिवार की परिपाटी रही है. राम सेतु तोड़ने की याचिका, राम मंदिर निर्माण का विरोध अब राम मंदिर आंदोलन पर प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है.
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राहुल गांधी के इस बयान पर उबले नेता
राहुल गांधी ने एक दिन पहले गुजरात दौरे पर कार्यकर्ताओं को संबांधित करते हुए कहा था कि 'राम मंदिर कार्यक्रम में अडानी-अंबानी दिखे, लेकिन गरीब नहीं दिखे. बीजेपी की राजनीति अयोध्या पर केंन्द्रित थी, उन्होंने राम को राजनीतिक मुद्दा बनाया. राम मंदिर के बाद भी बीजेपी अयोध्या में हार गई.