ग्वालियर। देश में लोकसभा का चुनाव नजदीक है, ऐसे में दिग्गज नेताओं की फिर से सक्रियता बढ़ गई है. इसमें सबसे पहला नाम केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का है. सिंधिया को लेकर अटकलें लगाई जा रही है कि वह ग्वालियर लोकसभा सीट की तैयारी में जुटे हुए हैं, लेकिन अभी हाल में ही जिस तरीके से सिंधिया द्वारा गुना-शिवपुरी लोकसभा में सक्रियता बढ़ा दी है. इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि क्या फिर से सिंधिया हारी हुई सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं.
गुना-शिवपुरी दौरे पर सिंधिया
बता दें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले दौरे में सबसे ज्यादा सक्रिय गुना शिवपुरी क्षेत्र में है. अभी हाल में ही वह अपने पांच दिवसीय दौरे पर है. 3 फरवरी से लेकर 7 फरवरी तक गुना-शिवपुरी लोकसभा में लगभग आधा सैकड़ा से अधिक कार्यक्रमों का टूर प्लान है. सिंधिया 5 दिन के दौरे में उनका सबसे अधिक फोकस गुना-शिवपुरी है. वह अपने दौरे में गुना और शिवपुरी की सभी विधानसभाओं में कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. साथ ही लोगों से भी 121 चर्चा करेंगे. ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि जब 2019 के लोकसभा चुनाव हारने के बाद सिंधिया सबसे ज्यादा सक्रिय गुना शिवपुरी में हुए है.
कांग्रेस में रहते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब साल 2019 में गुना शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़े, तो वह अपने कार्यकर्ता से ही बुरी तरह चुनाव हार गए थे. उसके बाद सिंधिया ने इस क्षेत्र में जाना लगभग बंद कर दिया. उसके बाद जब वह बीजेपी में भी शामिल हो गए, तब भी वह गुना शिवपुरी में बहुत कम दौरे करते रहे हैं. बीजेपी में शामिल होने के बाद सिंधिया ने ग्वालियर पर नजर बनाना शुरू कर दिया है. वह ग्वालियर में लगातार दौरे करते रहे. यह कह सकते हैं कि सिंधिया ने ग्वालियर में दौरे के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
वह महीने में लगभग 15 से 20 दिन ग्वालियर में गुजराने लगे हैं. यही कारण है कि राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी की सिंधिया अबकी बार ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे और इसी के लिए वह तैयारी कर रहे हैं.
ग्वालियर से चुनाव लड़ने की उड़ रही अफवाह
विधानसभा चुनाव से पहले सिंधिया ने सबसे अधिक दौरे ग्वालियर में ही किए हैं. सबसे खास बात यह है कि ग्वालियर में उन्होंने हर समाज के वर्ग के साथ बैठक आयोजित की. साथ ही हर समाज को साधने की भी कोशिश की. वहीं ग्वालियर में बीजेपी के जितने भी उनके विरोधी नेता थे. उनके घर जाना उनसे मुलाकात करना, सिंधिया के दौरे में शामिल हो गया था, इसलिए राजनीतिक गलियों में यह चर्चा होने लगी की सिंधिया अबकी बार ग्वालियर से ही चुनाव लड़ेंगे. इसलिए वह अभी से राजनीतिक जमावट शुरू कर दी है.
विधानसभा चुनाव के बाद जब लोकसभा चुनाव नजदीक आ गया है. सिंधिया ने ग्वालियर के बजाय गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट पर नजर बनाना शुरू कर दिया है. यही कारण है कि पिछले तीन दौर में वह गुना शिवपुरी क्षेत्र को ही चुन रहे हैं और अधिक से अधिक दूरी वह तय कर रहे हैं. इसलिए राजनीतिक गलियों में अब यह भी चर्चा होने लगी है कि क्या सिंधिया ग्वालियर के बजाय अब गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे. अगर सिंधिया गुना शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं तो फिर वर्तमान सांसद केपी यादव का क्या होगा यह भी एक बड़ा सवाल उठ रहा है.