ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चम्बल संभाग के विकास के लिए पूरी रणनीति बनाकर लगन के साथ आगे बढ़ रहे हैं. सिंधिया राज्य सरकार के साथ सामंजस्य बढ़ाकर मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिलकर कई योजनाओं के लिए फंड जारी करा चुके हैं. सिंधिया की कोशिश ग्वालियर में अधोसंरचना मजबूत करना है. इसके साथ ही वह औद्योगिक इकाइयां लगाने की मांग भी कर चुके हैं.
सिंधिया के पत्र ने दिखाया अपना असर
कुछ दिन पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री को पत्र लिखकर बड़ी मांग की थी. केंद्रीय मंत्री ने पत्र लिखकर कहा था "आपके मंत्रालय का विभाग एसटीपीई (सॉफ्टवेयर टेक्नॉलजी पार्क आफ इंडिया) द्वारा देश में 24 सेंटर आफ एंटरप्रेन्योरशिप खोलने जा रहा है. निवेदन है कि इसका एक केंद्र ग्वालियर में खोला जाए." आज से 10 दिन पहले लिखे हुए इस पत्र के बाद बड़ी अपडेट आई है. सिंधिया की इस मांग को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मान लिया है.
एसटीपीआई की टीम ग्वालियर का निरीक्षण करेगी
जल्द ही एसटीपीआई की एक टीम ग्वालियर का निरीक्षण करने आ रही है. सेंटर ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप का यह केंद्र खुलने के बाद ग्वालियर एक स्टार्ट अप हब के रूप में विकसित होगा. इस प्रकार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूरे संभाग के विकास के लिए बड़ा गिफ्ट दिया है. सिंधिया के प्रयास से ही 6 लेन आगरा-ग्वालियर नेशनल हाई स्पीड कॉरिडोर' की अनुमति मिली है. इस योजना के लिए भी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मांग की थी.
युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे
इस नए सेंटर ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप से ग्वालियर के युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे. स्टार्टअप को शुरुआती दौर में मदद मिलेगी और वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकेंगे. बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ना सिर्फ़ पूरे संभाग का चंहुओर विकास करना चाहते हैं बल्कि ग्वालियर को दिल्ली का मैग्नेट सिटी बनाना चाहते हैं ताकि बड़ी फ़ैक्टरियां, उद्योग, व्यापार अब ग्वालियर चम्बल संभाग में स्थापित हों.