फिरोजाबाद : जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज में बुधवार को एक नवजात बच्चे को बदलने की आशंका पर प्रसूता के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की जमकर पिटाई कर दी थी. इस घटना से नाराज मेडिकल कॉलेज का स्टाफ शुक्रवार से हड़ताल पर चला गया. हड़ताली कर्मचारियों में स्टाफ नर्स और जूनियर डॉक्टर भी शामिल हैं. इन लोगों की मांग है की मारपीट करने वाले दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त एक्शन लिया जाए.
बता दें कि लाइनपार थाना क्षेत्र के रहने वाले मोहित यादव की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था. परिजनों का आरोप था कि पहले उन्हें बेटा होने की जानकारी दी गई फिर बाद में स्टाफ ने बेटी को दिया. रजिस्टर पर भी बेटा अंकित किया गया गया, जिसे बाद में बेटी किया गया है. अस्पताल स्टाफ का आरोप था कि परिजनों ने मारपीट की है, जिसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हो गया था.
इस मामले में नया मोड़ उस वक्त आ गया जब शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान करते हुए काम करना बंद कर दिया. स्टाफ का कहना था कि जिन लोगों ने हमारे साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया है, उनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है और जब तक उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक वह कार्य पर नहीं लौटेंगे. जानकारी मिलने पर मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नवीन जैन ने कर्मचारियों को समझाया भी, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुए.
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नवीन जैन का कहना है कि कर्मचारी मारपीट के मामले में कार्रवाई चाहते हैं. इस मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है, इसलिए कर्मचारियों में गुस्सा है. पुलिस अधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी गई है, उन्होंने हमें कार्रवाई का भरोसा भी दिया है.