रांची: छात्रों के आंदोलन के बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने 28 जनवरी को आयोजित स्नातक स्तरीय तीनों पेपर की प्रतियोगिता परीक्षा रद्द कर दी है. इसके अलावा 4 फरवरी को होने वाली परीक्षा भी स्थगित कर दी गयी है. 28 जनवरी को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा तीसरे पेपर का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद छात्रों के आंदोलन को देखते हुए आखिरकार बुधवार 31 जनवरी को यह फैसला लेना पड़ा.
जेएसएससी कार्यालय में छात्रों ने की तोड़फोड़: प्रश्नपत्र लीक होने के बाद छात्र लगातार सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं. बुधवार को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय पर छात्रों का गुस्सा देखने को मिला. झारखंड स्टेट्स छात्र संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में आयोग कार्यालय पहुंचे छात्रों ने न सिर्फ नारेबाजी की, बल्कि मुख्य द्वार को तोड़ दिया और कार्यालय के अंदर घुस गये. इस दौरान पुलिस प्रशासन और छात्रों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई.
आंदोलनकारी छात्र लगातार आयोग के अध्यक्ष नीरज सिंघा से मिलने की मांग कर रहे थे लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा था, जिससे छात्र काफी नाराज थे. कार्यालय में घुसने के बाद छात्रों ने आयोग अध्यक्ष की गाड़ी के साथ तोड़फोड़ भी की. हालांकि इस दौरान पुलिस की ओर से लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें कुछ छात्र घायल हो गए. माहौल बिगड़ता देख आखिरकार आयोग ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया, जिसके बाद छात्र शांत हुए.
10 साल में भी परीक्षा नहीं हो पाई पूरी: गौरतलब है कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग लगभग 10 वर्षों से सचिवालय सहायक सहित विभिन्न पदों पर स्नातक स्तर के पदों पर भर्ती आयोजित कर रहा है, लेकिन आज तक यह परीक्षा पूरी नहीं हो पाई है, इसलिए जून 2023 में जारी इस भर्ती विज्ञापन के माध्यम से परीक्षाएं 28 जनवरी और 4 फरवरी को आयोजित होने वाले थे. 28 जनवरी को हुई परीक्षा से पहले तीसरे पेपर का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद छात्र आक्रोशित हो गये थे और जांच की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे.
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