कोटा. जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम एडवांस्ड के बाद अब जोसा काउंसलिंग (JoSAA Counseling) जारी है. इसके जरिए आईआईटी और एनआईटी में एडमिशन मिलेगा. लाखों कैंडिडेट जेईई मेन व एडवांस्ड की रैंक पर कॉलेज ऑप्शन चुनने की एनालिसिस में जुटे हुए हैं. इस वर्ष 121 कॉलेजों की 865 ब्रांच को जोसा काउंसलिंग के दौरान भरना है. च्वाइस फिलिंग 18 जून तक चलेगी. इस दौरान ये सामने आया है कि देश की 9 आईआईटी और 16 एनआईटी ने बड़ा बदलाव इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान किया है, जिसके तहत कैंडिडेट के फर्स्ट ईयर की परफॉर्मेंस के आधार पर होने वाले ब्रांच बदलाव को बंद कर दिया है.
निजी कोचिंग इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष कई प्रमुख आईआईटी व एनआईटी ने स्टूडेंट्स के प्रथम वर्ष की परफॉरमेंस के आधार पर होने वाले ब्रांच अपग्रेडेशन के विकल्प को बंद कर दिया है. इन आईआईटी में शीर्ष आईआईटी मुम्बई, मद्रास, खड़गपुर, हैदराबाद, जम्मू, मंडी, भुवनेश्वर, धारवाड़ व धनबाद शामिल है. इसके अलावा 16 एनआईटी ने भी यह ऑप्शन बंद किए है, जिनमें एमएनआईटी जयपुर, एनआईटी इलाहाबाद, कालीकट, दिल्ली, हमीरपुर, सूरतकल, नागालैंड, पटना, पुड्डूचेरी, रायपुर, कुरूक्षेत्र, राउकेला, तिरूचिरापल्ली, वारंगल, सूरत और आंध्रप्रदेश शामिल हैं.
अब रुचि के अनुसार ब्रांच को देनी होगी प्राथमिकता : अमित आहूजा ने बताया कि हर साल बड़ी संख्या में विद्यार्थी शीर्ष आईआईटी-एनआईटी की कोर ब्रांचों के अलावा लोअर-ब्रांचों को उनके नीचे के आईआईटी-एनआईटी की कोर ब्रांचों से ज्यादा प्राथमिकता में रखते थे. विद्यार्थियों की यह सोच होती है कि वे शीर्ष आईआईटी व एनआईटी में लोअर ब्रांचों में प्रवेश लेकर पहले साल की परफोरमेंस की आधार पर ब्रांच अपग्रेड करवा सकते हैं, लेकिन अब 9 आईआईटी व 16 एनआईटी में ब्रांच अपग्रेड का विकल्प बंद होने से विद्यार्थी इन कॉलेजों में केवल अपनी रूचि के अनुसार पढ़ने वाली ब्रांच को ही प्राथमिकता सूची में रख सकेंगे.