चित्तौड़गढ़. रेलवे में नौकरी का झांसा देकर 3 लाख 60 हजार रुपए की ठगी का मामला कोतवाली थाने में दर्ज कराया गया है. आरोपी की पहचान गंगापुर सिटी के बामनवास तहसील में रहने वाले कमलेश कुमार मीणा के रूप में की गई है. इसके साथ ही पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई.
शहर की शिवलोक कॉलोनी में रहने वाले प्रीतम मीणा ने कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट में बताया गया कि 2 मार्च को रोडवेज बस स्टैंड पर अपने मित्र राजकुमार शर्मा के साथ चाय पीने के दौरान कमलेश मीणा वहां पहुंचा और खुद को बैंक का कर्मचारी बताया. पिछले दिनों अपना ट्रांसफर प्रतापगढ़ होना बताते हुए उसने अपने भाई को रेलवे डिपार्टमेंट में जनरल मैनेजर होना बताया. कुछ दिनों बाद भाई का रिटायरमेंट होना बताते हुए कहा कि वह डी क्लास और मंत्रालयिक कर्मचारी की नौकरी लगा सकता है.
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इसके लिए उसने 8 से लेकर 10 लाख रुपए की मांग रखी. फरियादी प्रीतम उसके झांसे में आ गया. उसने अपने बेटे और दामाद से बातचीत कर दोनों की नौकरी लगने के लिए कमलेश से संपर्क किया और 5 मार्च को बेटे और दामाद की नौकरी लगाने के लिए बतौर पेशगी डेढ़-डेढ़ लाख रुपए, कुल 300000 रुपए नकद थमा दिए. अगले दिन कमलेश मीणा ने उसके मोबाइल पर मेडिकल कराने के लिए 60000 रुपए जमा करने को कहा गया.
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आरोपी ने दो महिलाओं से फरियादी के पुत्र और दामाद से फोन पर बात भी करवाई. साथ ही फीस जमा कराकर मेडिकल के लिए तैयार रहने को कहा. ऐसे में उसने 6 मार्च को कमलेश मीणा को 60000 रुपए और दे दिए तथा अगले ही दिन आरोपी का फोन बंद हो गया. ठगी का एहसास होने के बाद फरियादी ने मंगलवार को कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई. इस संबंध में कोतवाली थाना प्रभारी संजीव स्वामी ने बताया कि प्रीतम की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और नामजद आरोपी तथा मोबाइल से हुई बातचीत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई.