रांची: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आ रही है. इसी को लेकर शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भारतीय जनता पार्टी पर राजनीतिक हमला बोला है. उन्होंने पत्रकारों के सामने अपनी बातों को रखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के आपत्तिजनक भाषण को लेकर इलेक्शन कमीशन को चिट्ठी लिखी है और अनुरोध किया है कि ऐसे भाषणों पर रोक लगाई जाए.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. रांची में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि हमारा संविधान पंथनिरपेक्ष है. हम सभी देशवासियों ने 1950 में अपने संविधान को अंगीकार किया था. लेकिन भाजपा शुरू से ही संविधान के खिलाफ बोलती रही है जो आज भी बदस्तूर जारी है. संविधान के नियमों के तहत सभी राजनीतिक दल धर्म और जाति से उठकर अपनी सोच को जनता के समक्ष रखती. लेकिन देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी ठीक इसके विपरीत है.
जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता संविधान के नियमों को दरकिनार कर लोगों के बीच अपना भाषण दे रहे हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री जो भाषण दे रहे हैं वह अब पूरी तरह से बदल गया है. भाजपा के लोग पहले 400 पर का नारा लगा रहे थे लेकिन पहले और दूसरे फेज के चुनाव के बाद 400 पार की जगह मुसलमान का नाम लिया जाने लगा है.
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड की धरती यहां के मूलवासियों और आदिवासियों की है. यहां पर मूलवासी में सभी समाज के लोग रहते हैं चाहे वह अगड़ी जाति के भूमिहार, ब्राह्मण, राजपूत, लाला हों या ओबीसी समाज के यादव, कुर्मी, कुशवाहा, मुसलमान या ईसाई हों. सभी समाज के लोग इस प्रदेश में साथ-साथ रहते हैं. इस प्रदेश का इतिहास रहा है कि सभी धर्म के लोग आपस में प्रेम भाव से रहते हैं.
लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए दिन मुसलमान का नाम लेकर ओबीसी आरक्षण हटाने की बात करते हैं, यह कहीं से भी सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री झारखंड में आकर इस तरह का बयान कर रहे हैं. इससे उन्हें डर है कि कहीं झारखंड में धार्मिक उन्माद न फैल जाए. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने घोषणा पत्र पर भाषण नहीं देती बल्कि सिर्फ देश में जातिवाद को बढ़ावा दे रही है जो कहीं ना कहीं देश के विकास के लिए बाधक है.