रांची: जमीन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 10वें समन के विरोध में रविवार को पांच जिला समितियों के कार्यकर्ताओं ने रांची में विरोध मार्च निकाला और राजभवन के सामने प्रदर्शन किया. झामुमो के आक्रोश मार्च में झामुमो विधायक भूषण तिर्की भी शामिल हुए और कहा कि ईडी केंद्र के इशारे पर कार्रवाई कर रही है.
जेएमएम विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि आज के कार्यक्रम से राज्य की जनता के बीच यह संदेश जाएगा कि कैसे बीजेपी के इशारे पर राज्य में एक चुनी हुई सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रची जा रही है. झामुमो विधायक ने कहा कि कौन, किसको धमकी दे रहा है, यह राज्य की जनता जानती है. झामुमो का आंदोलन जारी रहेगा. कोडरमा से विरोध मार्च में शामिल होने आये झामुमो नेता नौशाद आलम ने कहा कि हमारे गरीब आदिवासी नेता को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा परेशान किया जा रहा है, जिसके विरोध में वे यहां आये हैं और अपने नेता के साथ खड़े हैं.
सोमवार को भी जारी रहेगा विरोध मार्च: झामुमो के रांची जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि 27 जनवरी से 31 जनवरी के बीच बयान दर्ज कराना अनिवार्य घोषित किये जाने के बाद झामुमो चरणबद्ध तरीके से राजभवन के समक्ष अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेगी. उन्होंने कहा कि आज बीजेपी के इशारे पर चुनी हुई सरकार के खिलाफ ईडी जिस तरह से कार्रवाई कर रही है, उसके खिलाफ गुमला, कोडरमा, लोहरदगा, लातेहार और रांची के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. सोमवार को दूसरे जिलों से झामुमो कार्यकर्ता रांची आकर आक्रोश मार्च और प्रदर्शन करेंगे. रविवार को राजभवन पर प्रदर्शन से पहले झामुमो साहिबगंज और दुमका बंद करा चुकी है, वहीं 27 जनवरी को ईडी, बीजेपी और केंद्र सरकार के विरोध में राज्यव्यापी मशाल जुलूस भी निकाला गया था.
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