रांची: झारखंड कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा भले ही राज्य में एक साथ मिलकर सरकार चला रही हो और लोकसभा चुनाव को लेकर ऑल इज वेल के दावे किए जा रहे हो, लेकिन झारखंड की राजनीति पर गहरी नजर रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह का मानना है कि जिस तरह से शनिवार को पार्टी के केंद्रीय महासचिव और सोरेन फैमिली के बेहद करीबी सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि पहले कांग्रेस अपने सीटों की घोषणा करेगी, उसके बाद झामुमो भी कर लेगा. यह इस ओर इशारा करता है कि लोकसभा की कुछ सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच जिच अभी भी बनी हुई है. ऐसे में झामुमो अपनी बात कांग्रेस आलाकमान को बताकर यह देखना चाहता है कि उनकी बातों या मांगी गई सीटों पर कांग्रेस आलाकमान क्या फैसला लेते हैं. वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह ईटीवी भारत से कहते हैं कि अगर सबकुछ सामान्य ही रहता तो उत्तर प्रदेश की तरह झारखंड में भी सहयोगी दलों के नेताओं की उपस्थिति में सीट शेयरिंग फॉर्मूला सार्वजनिक कर दिया जाता.
मामले पर झामुमो ने साध ली है चुप्पी तो कांग्रेस को अभी भी साथ मिलकर घोषणा करने का है भरोसा
विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि लोहरदगा सीट को लेकर अपनी बात झामुमो ने कांग्रेस के केंद्रीय आलाकमान के समक्ष रख दी है. अब झामुमो कांग्रेस के फैसले का इंतजार कर रहा है. वहीं झामुमो के विधायक और पूर्व में भी लोहरदगा लोकसभा सीट से किस्मत आजमा चुके चमरा लिंडा मैदान में उतरने के लिए इतने उतावले हैं कि वह पार्टी नेतृत्व के आदेशों को भी नजरअंदाज कर सकते हैं. ऐसे में सबकुछ इस बात पर तय करेगा कि कांग्रेस आलकमान क्या फैसला लेता है. ऐसे में अब दवाब बनाने के लिए झामुमो ने इंडिया महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला के लिए पहले कांग्रेस का इंतजार करने वाली रणनीति पर चुप्पी साध ली है.
लोहरदगा सीट पर झामुमो और कांग्रेस में जिच
ईटीवी भारत ने झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय से जब इस मुद्दे पर बात करने की कोशिश की तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि थोड़ा इंतजार कीजिए. वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति उर्फ रिंकू तिवारी ने कहा कि पार्टी लोहरदगा हर हाल में लड़ेगी. अब झामुमो कांग्रेस की घोषणा का क्यों इंतजार कर रहा है यह तो वही जानें. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अलग-अलग राज्य और क्षेत्र में अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं, इसलिए उत्तर प्रदेश से यहां की तुलना नहीं की जा सकती. सवाल यह कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर एकजुटता के साथ सीट शेयरिंग की घोषणा से क्यों बचना चाह रहे हैं इंडिया गठबंधन में शामिल दल ?
इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग तय नहीं होने पर भाजपा ने ली चुटकी
झारखंड इंडिया गठबंधन दलों के बीच अभी तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला सार्वजनिक नहीं होने पर चुटकी लेते हुए झारखंड प्रदेश भाजपा की प्रवक्ता राफिया नाज ने कहा कि दरअसल, ये लोग सिर्फ सत्ता की मलाई खाने के लिए एकजुट हैं. सच्चाई यह है कि झामुमो-राजद-कांग्रेस के बीच कोई ऐसा बंधन नहीं है और न ही एक-दूसरे के लिए त्याग की कोई भावना है. कभी मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए तो कभी एक दूसरे के सीट हथियाने के लिए ये लोग आपस में ही लड़ते रहते हैं. ऐसे में सामूहिक रूप से सीट शेयरिंग का फॉर्मूला को सार्वजनिक करने को लेकर सोचा भी नहीं जा सकता. राफिया नाज ने कहा कि झारखंड में जैसे ही सीट शेयरिंग का फॉर्मूला घोषित होगा,राज्य में इंडिया गठबंधन बिखर जाएगा.
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