रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे कई मायनों में बेहद खास रहे. इंडिया और एनडीए गठबंधन के बीच सीधे मुकाबले में इंडिया ब्लॉक ने 56 विधानसभा सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. इस जीत में सबसे अहम भूमिका आरक्षित सीटों की रही.
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीटों पर भी इंडिया ब्लॉक ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की. इन सीटों पर जेएमएम की सहयोगी पार्टी कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा. कांग्रेस ने जिस भी आरक्षित सीट पर चुनाव लड़ा, वहां उसे जीत मिली.
इंडिया ब्लॉक के तहत कांग्रेस ने कुल 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा. इन 30 में से 9 आरक्षित सीटें थीं. कांग्रेस ने 2 एससी सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें उसे जीत मिली. वहीं, उसने सात एसटी सीटों पर चुनाव लड़ा. इन सातों पर भी उसे जीत मिली. इस तरह आरक्षित सीटों पर कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 100 फीसदी रहा.
इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने कोटे की 05 एससी विधानसभा सीटों में से सिर्फ 02 पर ही जीत दर्ज कर सका, जबकि उसने 21 एसटी आरक्षित विधानसभा सीटों में से 20 पर जीत दर्ज की. एसटी सीटों पर जेएमएम का स्ट्राइक रेट 95.23% रहा, जबकि एससी सीटों पर यह स्ट्राइक रेट केवल 40% रहा.
ST रिजर्व विधानसभा सीट
पार्टी | चुनाव लड़ी | जीत | जीत % |
झामुमो | 21 | 20 | 95.23% |
कांग्रेस | 07 | 07 | 100% |
SC रिजर्व विधानसभा सीट
पार्टी | चुनाव लड़ी | जीत | जीत % |
झामुमो | 05 | 02 | 40% |
कांग्रेस | 02 | 02 | 100% |
राजद | 02 | 01 | 50% |
झारखंड विधानसभा चुनाव में जहां इंडिया ब्लॉक ने अच्छा प्रदर्शन किया है, वहीं एनडीए का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. एससी आरक्षित सीटों में एनडीए सिर्फ लातेहार, सिमरिया, जमुआ और चतरा ही जीत सकी, जबकि एसटी आरक्षित सीट पर सिर्फ चंपाई सोरेन ही जीत सके.
हमारी जीत, सामूहिक : जेएमएम
झारखंड की एससी या एसटी सीटों पर जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के प्रदर्शन को सामूहिक प्रदर्शन के तौर पर देखने की बात कहते हुए जेएमएम के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि कुल मिलाकर आरक्षित सीटों पर हमारा प्रदर्शन शानदार रहा है, आदिवासी बहुल इलाकों में चंपाई सोरेन भी पीछे रह गए.
वहीं, विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जाति-जनजाति आरक्षित सीटों पर कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जगदीश साहू ने कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी ने संविधान बचाने, जनसंख्या और सामाजिक न्याय का मुद्दा उठाया है, उससे आरक्षित वर्गों में हमारी स्वीकार्यता बढ़ी है.
यह भी पढ़ें:
जिन सीटों पर हारी कांग्रेस, उनकी समीक्षा के लिए पार्टी ने बनाई विशेष कमिटी!
Jharkhand Election: जीत के बाद बोले राधाकृष्ण किशोर- राजद का भाजपा से ज्यादा मुझे हराने का था टारगेट