पटनाः गया लोकसभा सीट पर NDA कैंडिडेट के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी आरजेडी कैंडिडेट कुमार सर्वजीत से दो-दो हाथ करेंगे. HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने अपने पिता की उम्मीदवारी का एलान किया और कहा कि वो 28 मार्च को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. संतोष सुमन ने HAM को गया सीट देने पर NDA का आभार भी जताया.
'संसद में गया की आवाज बनेंगे जीतनराम मांझी': संतोष कुमार सुमन ने कहा कि जीतनराम मांझी का लंबा सियासी कार्यकाल रहा है और अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने देश और राज्य के विकास के लिए कई काम किए. खासकर गया के लिए विकास के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहे. ऐसे व्यक्ति जब लोकसभा में जाएंगे तो अग्रणी पंक्ति में बैठेंगे. गया वहां दिखेगा और गया के जो अधूरे काम हैं वो निश्चित रूप से पूरे होंगे."
'किसी के आने-जाने से फर्क नहीं पड़ताः' गया के जेडीयू जिलाध्यक्ष अभय कुशवाहा के आरजेडी जॉइन करने पर संतोष सुमन ने कहा कि NDA पूरी तरह एकजुट है और किसी व्यक्ति के आने-जाने से कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. NDA की तैयारी पूरी है और कौन कहां जा रहा है उसकी अपनी सोच है.किसी एक के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. गया की जनता भारी मतों से जीतनराम मांझी को चुनाव जिताकर लोकसभा में भेजेगी.
'तैयार हैं हम': आरजेडी कैंडिडेट कुमार सर्वजीत को लेकर संतोष सुमन ने कहा कि "किसी न किसी को तो चुनाव लड़ना ही था. आरजेडी ने सर्वजीतजी को उम्मीदवार बनाया है तो अच्छी बात है. हम NDA के एजेंडे के साथ चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. सामने कौन उम्मीदवार है इसके बारे में न सोचकर हम पूरी तरह तैयार हैं और अपने मुद्दों के साथ जनता-जनार्दन के बीच जाएंगे.
2019 में मात खा गये थे मांझीः NDA में सीट बंटवारे के तहत HAM को गया लोकसभा सीट दी गयी है, जहां से जीतनराम मांझी चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले 2019 में भी जीतनराम मांझी ने महागठबंधन के कैंडिडेट के रूप में गया लोकसभा सीट से किस्मत आजमाई थी, लेकिन तब जेडीयू के विजय मांझी ने उन्हें करारी शिकस्त दी थी. बता दें कि गया में पहले चरण में ही 19 अप्रैल को वोटिंग होगी, जिसके लिए बिहार में नामांकन की अंतिम तारीख 28 मार्च है.