पटनाः हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव रिजल्ट को लेकर नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है. केंद्रीय लघु एवं सूक्ष्म मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इस दौरान उन्होंने हरियाणा में कांग्रेस को मजबूत बताया हालांकि कई सवाल भी उठाए.
ईवीएम पर उठाए सवालः जीतन राम मांझी ने कहा कि यह समझना चाहिए कि एनडीए की सरकार डेमोक्रेटिक सरकार है. संविधान में विश्वास करती है. उन्होंने ईवीएम को लेकर कहा कि 'जब हम जीत जाते हैं तो इंडिया गठबंधन के लोग आरोप लगाते हैं कि ईवीएम खराब है. आज वह जीत रहे है तो ईवीएम ठीक है?'
संविधान को खतरा बताना गलतः विरोधियों को परामर्श देते हुए कहा कि डेमोक्रेसी में विश्वास कीजिए. अब यह कहना कि संविधान खतरे में है तो यह गलत है. संविधान खतरे में रहता तो वह चुनाव जीतते क्या? 'मेरा कहने का मतलब है की चिट भी उनका और पट भी उनका, यह कैसे चलेगा?' जनता का जो भी निर्णय होगा हमलोग उसे मानेंगे.'
"जम्मू कश्मीर में के लोग अगर समझते है कि कांग्रेस की सरकार अच्छी है तो जनता का निर्णय सही है. इसका विश्लेषण चुनाव के बाद ही एनडीए के लोग करेंगे. हम उस पर कोई व्यक्तिगत विचार नहीं दे सकते हैं. हरियाणा में जदयू का अच्छा परफोर्मेंस नहीं रहा. अखाड़ा में पहलवान कभी हार जाता है इसका मतलब यह नहीं है की वह पहलवान नहीं है." -जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री
370 नहीं हो सकता है खत्मः जम्मू में धारा 370 पर कहा कि यह भारत के लोगों को देखना चाहिए कि कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाएंगे और ऐसी सरकार को अगर वहां के लोग जीत देते हैं तो यह हमारे संघात्मक ढांचे पर एक खतरा है. इस खतरा को एनडीए के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर कश्मीर की बात आयेगी तो हर तरह से वहां से निपटेंगे.
370 हटने के बाद चुनावः मांक्षी ने कहा कि 370 हटने के बाद वहां पर चुनाव हो रहा है. अगर हस्तक्षेप करते तो चुनाव जीत जाते क्या..? एनडीए जनतांत्रिक तरीके से काम कर रही है. इस पर भरोसा करना चाहिए. 370 धारा हटने से से कश्मीर को फायदा ही हुआ है.
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