जींद: हरियाणा के जींद में आरटीए के चालान करने के विरोध में प्रदेशभर के तूड़ा कारोबारी एकजुट हो गए हैं. उन्होंने आरटीए की कार्रवाई के खिलाफ रोष प्रकट किया है. इसके बाद तूड़ा कारोबारी डीसी से मिलने लघु सचिवालय पहुंचे. उन्होंने डीसी मोहम्मद इमरान रजा से गुहार लगाई कि उनकी गाड़ियों के आरटीए की टीम द्वारा लगातार किए जा रहे चालान पर रोक लगाई जाए. इससे उनको भारी नुकसान हो रहा है.
डीसी ने दिया आश्वासन: इसके अलावा, जैसे कोरोना काल में उनकी गाड़ियों को बिना रोक-टोक के चलाया जाता था. ऐसे ही अब भी उनकी गाड़ियों को बिना रोक-टोक के चलाया जाए. इस पर डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने आश्वासन दिया कि उनकी मांग पर उचित कार्रवाई की जीएगी. इस आश्वासन के बाद तूड़ा कारोबारी लौट गए. बता दें कि झज्जर, जींद, हिसार और हांसी समेत कई जिलों के तूड़ा कारोबारी अपनी-अपनी गाड़ियों को लेकर जींद पहुंचे. उन्होंने नरवाना रोड बाईपास पर अपनी गाड़ियां खड़ी कर दी और आरटीए की कार्रवाई पर रोष जताया.
क्या बोले तूड़ा कारोबारी: तूड़ा कारोबारियों का कहना था कि चालान के नाम पर आरटीए टीम उनको बार-बार परेशान कर रही है. उनकी गाड़ियों को ओवरलोड बताकर उनके 30-50 हजार तक के चालान किए जा रहे हैं. इससे उनको नुकसान हो रहा है. इस बार तूड़े के भाव कम होने पर पहले ही उनको नुकसान उठाना पड़ रहा है. लेकिन आरटीए की टीम उनकी गाड़ियों के चालान कर उन पर दोहरी मार कर रही है. वे तूड़े को अवैध तरीके से बेचने नहीं, बल्कि वह तूड़े को गोशालाओं में डालने के लिए जाते हैं. लेकिन बीच रास्ते आरटीए द्वारा भारी भरकम चालान किए जाते हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होता है.
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