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कौन है सुनील कपूर? जो जींद यौन शौषण मामले में खोलेगा राज

जींद यौन शौषण मामले ने नया मोड़ ले लिया है. मामले में एसआईटी टीम को सुनील कपूर के बयान का इंतजार है.

Hisar SIT team
हिसार एसआईटी टीम (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 2, 2024, 9:12 AM IST

जींद/हिसार: जींद यौन शोषण मामले में हर दिन कुछ न कुछ नया खुलासा हो रहा है. अब मामले ने नया मोड़ ले लिया है. वायरल लेटर में जिन 7 महिला पुलिसकर्मियों की शिकायत थी, उसमें एक महिला पुलिसकर्मी ने थाने में शिकायत दर्ज की है कि फर्जी मेल आईडी बनाकर लेटर वायरल किया गया है. मामले में सुनील कपूर का नाम सामने आया है. शिकायत के मुताबिक सुनील ने लेटर वायरल किया है. पुलिस ने सुनील को खुद सामने आकर अपना बयान दर्ज करने को कहा है. सुनील लेटर वायरल होने के बाद से ही गायब है.

महिला थाना प्रभारी ने दर्ज कराई शिकायत: दरअसल आईपीएस पर यौन शोषण के आरोप मामले में जींद की महिला थाना प्रभारी का नाम सामने आया था. महिला थाना प्रभारी की ओर से सुनील कपूर पर शिकायत दर्ज कराया गया है. शिकायत की जांच के बीच हिसार एसआईटी टीम ने शुक्रवार को कई खुलासे किए हैं. टीम ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि जांच में पता चला है कि लेटर वायरल करने के लिए, जिस वाई-फाई डिवाइस से संदिग्ध ई-मेल भेजे गए, उनमें सुनील कपूर का नाम है. इसी मेल आईडी से उच्चाधिकारियों को यौन शोषण की शिकायत वाला लेटर भी भेजा गया था. पुलिस उससे पूछताछ करना चाहती है. हालांकि अब तक सुनील कपूर सामने नहीं आया है. वो अंडरग्राउंड हो गया है.

जींद यौन शौषण मामला (ETV Bharat)

सुनील और महिला थाना प्रभारी के बीच चल रहा विवाद: प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी राजेश कुमार मोहन ने जानकारी दी कि सुनील कपूर पर पहले से दो केस दर्ज हैं. मामला संवेदनशील है, इसलिए गहन तरीके से जांच की जा रही है. एसआईटी टीम ने जींद महिला थाना प्रभारी की ओर से 28 अक्तूबर को सिविल लाइन थाना जींद में दर्ज एफआईआर की जांच की. जांच के दौरान गवाहों के बयान दर्ज किए हैं. जांच में पता चला है कि सुनील कपूर और थाना प्रभारी का आपस में किसी मामले को लेकर काउंटर शिकायत का सिलसिला चल रहा था. 6 अक्टूबर 2023 को दहेज से जुड़ी एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसे 6 दिसंबर को रद्द कर दिया था.

फिर से खुलवाना चाहता था एफआईआर: एएसपी राजेश कुमार मोहन ने आगे कहा कि जांच के दौरान गवाहों ने जानकारी दी कि सुनील कुमार रद्द एफआईआर को फिर से खुलवाना चाहता था. थाना प्रभारी ने सबूतों के अभावों में एफआईआर खोलने से इंकार कर दिया. रद्द एफआईआर को लेकर एक मीडिएट भी सामने आया है. उसके सामने सुनील ने थाना प्रभारी को देख लेने की धमकी दी थी. एसआईटी ने मीडिएट के बयान भी दर्ज कर लिए हैं.

सुनील खोलेगा सारे राज: एएसपी ने जानकारी दी कि सुनील कपूर जांच में शामिल नहीं हो रहा है. उसने उच्चाधिकारियों को जो पत्र भेजा था, उसके पीछे अवैध वसूली या दबाव बनाने की मंशा हो सकती है. उससे पूछताछ के बाद ही सभी सवालों के जवाब मिल पाएंगे.

ये है पूरा मामला: ये पूरा मामला जींद सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है. यहां पुलिस विभाग के सिनियर अफसर पर महिला पुलिसकर्मियों से यौन शोषण का आरोप लगा है. सबसे पहले एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. चिट्ठी के मुताबिक 7 महिला पुलिसकर्मियों ने एक सिनियर अफसर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. चिट्ठी सीएम सैनी सहित कई अधिकारियों को भेजने का दावा किया गया था. लेटर में महिला पुलिस कर्मियों ने 5 बड़े आरोप सिनियर अफसर पर लगाए थे.वायरल लेटर में 7 महिला पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर भी थे.

ये भी पढ़ें: जींद यौन शोषण मामले में बोली कुमारी शैलजा "गंभीरता से होनी चाहिए जांच"

ये भी पढ़ें: जींद यौन शोषण मामला, हिसार एसआईटी टीम भी हुई एक्टिव, जल्द खुलेंगे सारे राज

जींद/हिसार: जींद यौन शोषण मामले में हर दिन कुछ न कुछ नया खुलासा हो रहा है. अब मामले ने नया मोड़ ले लिया है. वायरल लेटर में जिन 7 महिला पुलिसकर्मियों की शिकायत थी, उसमें एक महिला पुलिसकर्मी ने थाने में शिकायत दर्ज की है कि फर्जी मेल आईडी बनाकर लेटर वायरल किया गया है. मामले में सुनील कपूर का नाम सामने आया है. शिकायत के मुताबिक सुनील ने लेटर वायरल किया है. पुलिस ने सुनील को खुद सामने आकर अपना बयान दर्ज करने को कहा है. सुनील लेटर वायरल होने के बाद से ही गायब है.

महिला थाना प्रभारी ने दर्ज कराई शिकायत: दरअसल आईपीएस पर यौन शोषण के आरोप मामले में जींद की महिला थाना प्रभारी का नाम सामने आया था. महिला थाना प्रभारी की ओर से सुनील कपूर पर शिकायत दर्ज कराया गया है. शिकायत की जांच के बीच हिसार एसआईटी टीम ने शुक्रवार को कई खुलासे किए हैं. टीम ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि जांच में पता चला है कि लेटर वायरल करने के लिए, जिस वाई-फाई डिवाइस से संदिग्ध ई-मेल भेजे गए, उनमें सुनील कपूर का नाम है. इसी मेल आईडी से उच्चाधिकारियों को यौन शोषण की शिकायत वाला लेटर भी भेजा गया था. पुलिस उससे पूछताछ करना चाहती है. हालांकि अब तक सुनील कपूर सामने नहीं आया है. वो अंडरग्राउंड हो गया है.

जींद यौन शौषण मामला (ETV Bharat)

सुनील और महिला थाना प्रभारी के बीच चल रहा विवाद: प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी राजेश कुमार मोहन ने जानकारी दी कि सुनील कपूर पर पहले से दो केस दर्ज हैं. मामला संवेदनशील है, इसलिए गहन तरीके से जांच की जा रही है. एसआईटी टीम ने जींद महिला थाना प्रभारी की ओर से 28 अक्तूबर को सिविल लाइन थाना जींद में दर्ज एफआईआर की जांच की. जांच के दौरान गवाहों के बयान दर्ज किए हैं. जांच में पता चला है कि सुनील कपूर और थाना प्रभारी का आपस में किसी मामले को लेकर काउंटर शिकायत का सिलसिला चल रहा था. 6 अक्टूबर 2023 को दहेज से जुड़ी एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसे 6 दिसंबर को रद्द कर दिया था.

फिर से खुलवाना चाहता था एफआईआर: एएसपी राजेश कुमार मोहन ने आगे कहा कि जांच के दौरान गवाहों ने जानकारी दी कि सुनील कुमार रद्द एफआईआर को फिर से खुलवाना चाहता था. थाना प्रभारी ने सबूतों के अभावों में एफआईआर खोलने से इंकार कर दिया. रद्द एफआईआर को लेकर एक मीडिएट भी सामने आया है. उसके सामने सुनील ने थाना प्रभारी को देख लेने की धमकी दी थी. एसआईटी ने मीडिएट के बयान भी दर्ज कर लिए हैं.

सुनील खोलेगा सारे राज: एएसपी ने जानकारी दी कि सुनील कपूर जांच में शामिल नहीं हो रहा है. उसने उच्चाधिकारियों को जो पत्र भेजा था, उसके पीछे अवैध वसूली या दबाव बनाने की मंशा हो सकती है. उससे पूछताछ के बाद ही सभी सवालों के जवाब मिल पाएंगे.

ये है पूरा मामला: ये पूरा मामला जींद सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है. यहां पुलिस विभाग के सिनियर अफसर पर महिला पुलिसकर्मियों से यौन शोषण का आरोप लगा है. सबसे पहले एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. चिट्ठी के मुताबिक 7 महिला पुलिसकर्मियों ने एक सिनियर अफसर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. चिट्ठी सीएम सैनी सहित कई अधिकारियों को भेजने का दावा किया गया था. लेटर में महिला पुलिस कर्मियों ने 5 बड़े आरोप सिनियर अफसर पर लगाए थे.वायरल लेटर में 7 महिला पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर भी थे.

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