रांची: देश में व्याप्त बेरोजगारी और युवाओं की समस्याओं के खिलाफ छात्र नेता आंदोलन की राह पर हैं. छात्र नेता 28 फरवरी को दिल्ली कूच कर रहे हैं. उनका मुख्य उद्देश्य यह है कि आगामी लोकसभा चुनाव में युवा अपनी समस्याओं और अपने मुद्दों के आधार पर वोट करें. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर युवा अपनी समस्याओं पर चर्चा करते नजर आ रहे हैं.
छात्र नेता अविनाश रंजन कहते हैं कि आज भी भारत में 30 लाख सरकारी पद खाली हैं लेकिन उन पर नियुक्तियां नहीं हो रही हैं. जिससे युवा बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं. युवा कांग्रेस नेता विक्की ठाकुर का कहना है कि 12 फरवरी से 19 फरवरी तक छात्र नेता सभी विश्वविद्यालयों में जाकर युवाओं से बात कर रहे हैं और उनकी समस्याएं जान रहे हैं. इसके बाद वह युवाओं की आवाज को मजबूत करने के लिए 28 फरवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचेंगे.
'युवाओं का भविष्य किया जा रहा खराब'
मुस्लिम छात्र संगठन के नेता शाहवाज हुसैन का कहना है कि आज युवाओं को जाति और धर्म के मुद्दे पर भड़का कर उनका भविष्य खराब किया जा रहा है. केंद्र में बैठी सरकार युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है. इस कारण आज युवा वर्ग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है.
वहीं, आइसा संगठन के छात्र नेता त्रिलोकी नाथ का कहना है कि 28 फरवरी को राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र एकजुट होकर दिल्ली कूच करेंगे और दिल्ली के जंतर-मंतर पर बैठकर छात्र और युवा चुनाव में अपने एजेंडे पर वोट करने का संकल्प लेंगे. उन्होंने कहा कि आज लगभग 90 प्रतिशत छात्र एवं युवा सरकार की नीतियों के खिलाफ हैं. उन्होंने मौजूदा मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है.
केंद्र सरकार से की जाएगी अपील
त्रिलोकी नाथ ने कहा कि सरकार केवल लोकलुभावन वादों के साथ चुनाव में आती है और फिर सरकार बनाने के बाद युवाओं की समस्याओं को भूल जाती है. इन सभी समस्याओं को देखते हुए 28 फरवरी को झारखंड समेत अन्य राज्यों से युवा और छात्र दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचेंगे और वहां पहुंचकर सभी युवा अपने मुद्दों के आधार पर लोकसभा में वोट करने का संकल्प लेंगे. छात्र नेताओं ने कहा कि छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर से वर्तमान केंद्र सरकार से भी अपील की जायेगी.